पटना: राजधानी पटना में जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन (District Level Sports Competition in Patna) किया जा रहा है. जिसमें जिले भर से लगभग 500 विद्यालयों के 6 हजार के विद्यार्थी शामिल हुए हैं. जिसका उद्घाटन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने किया (Minister Nitin Naveen Inaugurated Sports Competition). इस दौरान विधायक अरुण कुमार, कला संस्कृति विभाग के निदेशक संजय सिन्हा और जिला खेल पदाधिकारी संजय सिंह समेत तमाम लोग मंच पर बिना मास्क (Minister Nitin Naveen Not Wear Mask) लगाए नजर आए. वहीं, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई गयीं. जबकि पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा जा रहा है. लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है.
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प्रदेश में गृह विभाग ने 5 जनवरी तक स्पोर्ट्स कांपलेक्स में बिना वैक्सीनेटेड लोगों की एंट्री पर बैन लगाया है. वहीं, पटना के स्पोर्ट्स कंपलेक्स में जूनियर लेवल स्पोर्ट्स टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें 17 से कम उम्र के बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं. इनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. इसके साथ ही सरकार की गाइडलाइन की अवहेलना हो रही है.
बता दें कि जिला स्तरीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, विधायक अरुण कुमार, कला संस्कृति विभाग के निदेशक संजय सिन्हा और जिला खेल पदाधिकारी संजय सिंह मंच पर मौजूद रहे, लेकिन इस दौरान किसी ने मास्क लगाने की जहमत नहीं उठायी. इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों के साथ फोटो भी ली.
गौरतलब है कि पटना शहर में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उनका चालान काटा जा रहा है, लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी नीतीश कुमार के मंत्री और विधायक मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं.
सवाल पूछे जाने पर मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि बिहार में कोरोना कंट्रोल में है और यहां स्थिति भयावह नहीं है. जहां उन्हें लगता है वह मास्क पहनते हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने मास्क नहीं पहना क्या उन्होंने गलती की. इस सवाल को उन्होंने टालने की कोशिश की और कहा कि बिहार में कोरोना नियंत्रित है. डरने की जरूरत नहीं है.
वहीं, खेल प्रतियोगिता के दौरान आयोजकों की लापरवाही सामने आयी. जहां 2 बजे तक बच्चों को भूखे रहना पड़ा और उनके खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी. जिससे बच्चों ने रोष जाहिर किया.
इस दौरान दौड़ प्रतियोगिता में प्रतिभाग लिये छात्र सूर्या राय ने बताया कि वह घर से सुबह 6 बजे ही निकले और खाना लेकर आये थे. जिसे 10:30 खा लिए. 2 बज गया है और उन्हें भूख लगी है, लेकिन यहां खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, प्रतिभागी छात्रों को लेकर आये शिक्षक विनय कुमार ने बताया कि यहां बच्चों के खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. बच्चे सुबह से भूखे हैं.
हालांकि मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि किसी भी आयोजन में जो व्यवस्था की जाती है, वह है. सभी बच्चों के लिए नाश्ते के पैकेट की व्यवस्था है. जल्द ही सभी को वितरित किया जायेगा. कार्यक्रम में थोड़ा विलंब होने से बच्चों को भूख लग गई. आयोजन को सकारात्मक रूप से लेना चाहिए और खेलकूद के प्रोत्साहन के दृष्टिकोण से इसे देखना चाहिए.
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