पटनाः सूबे के कई जिले अब भी बाढ़ (Flood In Various District) की चपेट में हैं. पटना के भी कई प्रखंड भी जलमग्न हैं. धनरूआ के 16 पंचायतों के लोग बाढ़ आपदा से जूझ रहे हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. पिछले चार दिनों से जारी तबाही के बाद भी किसी तरह की प्रशासनिक मदद नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम (blocked highway) पर हंगामा किया.
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आक्रोशित ग्रामीणों ने पटना-गया स्टेट हाईवे पर आगजनी कर सड़क जाम कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों ने बताया कि इलाके जलमग्न होने के कारण उनका जीना मुहाल हो गया है. कई दिनों से घर में चूल्हा नहीं जला है, लेकिन अब तक उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिली है औ न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी इसकी सुध लेने आया है.
"देखिए चार दिनों से इलाका जलमग्न है. हमने प्रशासन को सूचना भी दिया लेकिन किसी ने सुध नहीं लिया. किसी ने हमारी आवाज नहीं उठायी. यह इलाका तीन नदियों के आपदा को झेलने वाला यह पंचायत है. इससे पहले भी इस बारे में हमने मांग किया था लेकिन सीओ ने मांगों को गलत बताते हुए गोली चलवाने का काम किया. हमारी मांगों पर विचार किया जाना चाहिए, नहीं तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे."- जितेन्द्र राम, पीड़ित ग्रामीण, कुशवन धनरूआ
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प्रदर्शन के कारण घंटों तक सड़क जाम रहा. लोगों के द्वारा पटना-गया हाईवे पर विरोध प्रदर्शन की सूचना के बाद एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा, अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों को आश्वासन देकर जाम को हटाया. घंटों बाद हाईवे पर यातायात बहाल हो सका.