पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में दलित वोट के ध्रुवीकरण की कोशिश तमाम पार्टियां कर रही हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अब एनडीए के साथ है. हम के प्रवक्ता का दावा है कि दलित समाज जीतन राम मांझी के साथ है.
क्या कहते हैं हम प्रवक्ता?
हम प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि दलितों को एकजुट करने के लिए हमारी पार्टी सभी जिलों में अभियान चला रही है. दलित प्रकोष्ट के गठन के साथ-साथ दलित समाज के लोगों को जोड़ा गया है. इस बार फिर से नीतीश की सरकार बने इसको लेकर हमारी कोशिश जारी है. उन्होंने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा कितने भी दलों को साथ ले लें. लेकिन वो बिहार में वोटकटवा की भूमिका में ही रहेंगे और उनके गठबंधन के उम्मीदवार का सभी जगह जमानत जब्त होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जनता इस बार भी बिहार में एनडीए के साथ है और एनडीए सरकार ने जो विकास किया है. वो बिहार में दिख रहा है.
बिहार में 16 फीसदी दलित मतदाता
बता दें कि बिहार में दलित 16 फीसदी दलित मतदाता हैं, जो 22 जातियों में बंटे हुए हैं. ऐसे में सूबे में दलित वोट बैंक सत्ता की दिशा और दशा दोनों तय करने की ताकत रखते हैं.