पटना: बिहार में रोजगार के मामले पर सियासत तेज (Politics On Matter Of Employment In Bihar) हो गई है. जहां राज्य सरकार लगातार विभिन्न विभागों में नियुक्ति पत्र बांट रही है. वहीं, कल केंद्र सरकार के द्वारा भी केंद्रीय सेवाओं को लेकर नियुक्ति पत्र बांटा गया. उस पर सियासत तेज हो गई है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Leader Of Opposition Vijay Sinha) ने सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने बिहार सरकार पर निशाना साधते (Vijay Sinha Target Bihar Government) हुए कहा कि बिहार में आज महागठबंधन की सरकार रोजगार की बात कर रही है. लेकिन नियुक्ति पत्र जो बांटा जा रहा है उस की चयन प्रक्रिया कब हुई थी, यह जनता को पता है. आगे कहा कि तेजस्वी यादव को आज जवाब देना होगा कि उनके पिताजी जब सत्ता में रहे तो कितने लोगों को रोजगार दिया.
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'उनकी पार्टी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार के सत्ता में थी, उस समय में कितने लोगों को रोजगार दिया गया. भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है वह जब-जब किसी पार्टी के साथ जाती है तो वह युवाओं के रोजगार देने का काम करती है. और जब नीतीश कुमार के साथ गई तो बिहार में शिक्षक बहाली शुरू हुआ और कई विभाग में युवाओं को रोजगार दिया गया. भारतीय जनता पार्टी चाणक्य है और बीजेपी ने नीतीश को चंद्रगुप्त के रूप में बनाए रखा और उसी समय से बिहार में काम हुआ है. चाहे वह युवाओं के रोजगार देने का काम हो या किसानों को आगे बढ़ाने का काम हो. गरीबों को आगे बढ़ाने का काम हो जितनी भी योजनाएं शुरू की गई, वह भारतीय जनता पार्टी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उसी समय में हुआ था.' - विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
विजय सिन्हा ने बिहार सरकार पर साधा निशाना : नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि यह प्रदेश की जनता सब बातें अच्छे तरीके से जानती है. प्रदेश की जनता सभी बातों को जानती है. आज सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) क्या कह रहे है, तेजस्वी यादव क्या कह रहे है, क्या-क्या दावे किए जा रहे है?. कहते हैं कि बिहार को आगे हमने बढ़ाया है. लेकिन ये बात भूल जाते हैं कि बीजेपी उनके साथ थी. तब जाकर जंगल राज हटा था. बिहार में विकास का काम हुआ था, आज क्या हालत है, वो देखिए. अपराधियों का हौसला बुलंद है. यहां तक डीजीपी ठगे जा रहे हैं और मुख्यमंत्री कहते हैं, जल्द ही रिटायर होंगे. क्या करें, ये कहकर क्लीन चिट दे देते है. यही शासन बिहार में चल रहा है. इतना ही जनता नीतीश और तेजस्वी को चाहती है, तो क्यों नही विधान सभा भंग कर चुनावी मैदान में वे लोग आते हैं. अगर हिम्मत है तो विधान सभा भंग कर चुनावी मैदान में आएं. तभी असली ताकत पता चल जाएगी, की पलटीमार लोगों को लेकर जनता का क्या सोच है?.
9469 स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र : गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) स्वास्थ्य विभाग में चयनित 9469 स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया था. स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नियुक्त होने वाले स्वास्थ्य कर्मियों में 8500 एएनएम 580 स्वास्थ्य समन्वयक सहित प्रखंड सामुदायिक मोबिलाइजर प्रखंड अकाउंट मैनेजर सहित विभिन्न पद के लिए चयनित कर्मी शामिल हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी कर्मियों की संविदा के आधार पर नियुक्ति की गई है.