पटना: संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव का नतीजा जो भी हो मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी हिंसा से स्पष्ट है कि वहां राज्य एवं केन्द्र सरकार दोनों विफल रही है. दोनों जगह भाजपा की ही सरकार है. हिंसा की शुरूआत से ही राज्य सरकार के पक्षपाती रवैये के कारण मैतेई एवं कुकी समुदाय के बीच खाई इतनी गहरी हो चुकी है कि केन्द्रीय गृह मंत्री के तीन दौरे और तीन दिनों तक कैंप करने के बावजूद स्थिति बेकाबू ही रही.
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'भाजपा सरकार की एकतरफा कार्रवाई से हिंसा': विजय कुमार चौधरी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि दोनों समुदायों के बीच आपसी सौहार्द पैदा करने की कोशिश के बजाय राज्य की भाजपा सरकार की एकतरफा कार्रवाई से हिंसा को शह मिला. यही कारण है कि एनडीए में शामिल पड़ोसी राज्य मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा की पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट ने भी मोदी सरकार में अविश्वास प्रकट करने का फैसला किया है. विजय चौधरी ने कहा कि तथाकथित एक भारत-श्रेष्ठ भारत जैसे लोक लुभावन नारे एवं दावे के विपरीत देश के कई इलाके में हो रही घटनाएं चिंतनीय हैं.
"पिछली सरकारों के प्रयास से शांत हुआ मणिपुर फिर से जल रहा है. खालिस्तानी ताकतें एक बार फिर पंजाब और देश से बाहर सिर उठा रही है. कश्मीर घाटी में घटनाएं बंद नहीं हुई हैं. ये सभी हमारे सीमावर्ती प्रदेश हैं और हमारे दुश्मन भी घात लगाए रहते हैं. दूसरी तरफ, हरियाणा में पहली बार इस पैमाने की साम्प्रदायिक हिंसा हुई. केंद्र सरकार को नारे गढ़ने के बदले देश में शांति बहाल करने के लिए व्यावहारिक एवं प्रभावकारी कदम उठाना चाहिए."- विजय कुमार चौधरी, मंत्री, संसदीय कार्य विभाग