पटना : एनएमसी बिल को लेकर देशभर में चिकित्सकों का आंदोलन चल रहा है, वहीं डॉक्टरों के बीच हाय तौबा मचा है. इसी कड़ी में आज वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य रहे एशिया फेम चिकित्सक डॉक्टर अजय सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
मेडिकल छात्रों को भरमा रहा है आईएमए
यूरोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट के निदेशक और आईएमए के पूर्व प्रसिडेंट और वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के मेंबर रहे प्रोफेसर डॉ अजय कुमार ने कहा कि एनएमसी बिल सरकार का स्वागत योग्य कदम है. एनएमसी बिल से एक ओर जहां मेडिकल छात्रों को लाभ मिलेगा, वहीं चिकित्सकों को भी कई तरह के लाभ होने जा रहे हैं. फिलहाल पूरे देश में केंद्रीय आईएमए की ओर से मेडिकल छात्रों को भरमाया जा रहा है. जिन बातों को लेकर एनएमसी बिल के खिलाफ लोग सड़क पर उतर रहे हैं, आइएमए उन्हें ठीक से नहीं बता रहा है.
आईएमए पर लगाया आरोप
ब्रिज कोर्स और आयुष डॉक्टरों को दवा लिखने की स्वीकृति के सवाल पर उन्होंने कहा कि आयुष डॉक्टरों को वही दवा लिखने की इजाजत होगी जो प्राइमरी होते हैं, या कोई भी जिन्हें इलाज के लिए शुरुआत में ऐसी दवा की जरूरत होगी. जहां तक ब्रिज कोर्स की बात है तो यह अफवाह है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अजय कुमार ने खास तौर पर आईएमए पर आरोप लगाया है कि आईएमए लोगों को भरमा रहा है. रेजिडेंस डॉक्टर, जूनियर डॉक्टर और पीजी डॉक्टरों को एनएमसी बिल काफी फायदा पहुंचाएगा. इस पर गंभीरता से स्टडी करने की जरूरत है.