पटना: गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामले के प्रमुख गवाह से मिलने के लिए रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा पीएमसीएच पहुंचे. इस दौरान उनके साथ पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक झा भी मौजूद रहे. उपेंद्र कुशवाहा ने पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नंबर 308 में एडमिट जेपी यादव से मुलाकात की. उन्होंने इस मामले में पीड़ित को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. बता दें कि रालोसपा प्रमुख और जेपी यादव में लगभग 10 मिनट तक गुफ्तगू हुई. इस मौके पर जेपी यादव के परिजन भी वार्ड में मौजूद रहे.
'घटना पर सीएम नीतीश अभी तक मौन'
पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड से निकलते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जेपी यादव के परिवार की कई लोगों की हत्या हो गई. गोपालगंज की इस घटना से सभी लोग वाकिफ हैं. उन्होंने कहा कि अपराधियों ने पूरे परिवार की हत्या की साजिश रची थी. लेकिन ईश्वर की कृपा रही कि जेपी यादव बच गये. उन्होंने कहा कि वह ईश्वर से यह प्रार्थना करते हैं कि घायल जेपी यादव जल्द से जल्द ठीक होकर वापस घर लौटे. रालोसपा नेता ने कहा कि गोपालगंज के इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है. लेकिन सबसे बड़ी आश्चर्य की बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होती है. घटना से पूरा बिहार लगभग दहल जाता है. लगभग हररोज ऐसी ऐसी घटनाएं रोज हो रही है. बावजूद सीएम नीतीश अभी भी मौन हैं.
'सुशासन का दावा विफल'
उपेंद्र कुशवाहा ने सवालिया लहजे में कहा कि सूबे में सीएम नीतीश की ओर से लगातार सुशासन का दावा किया जाता है. मुख्यमंत्री कहते हैं कानून काम करता है. लेकिन इस मामले में सीएम नीतीश का कानून कहां गया. कहां गया उनका सुशासन. जिसके ऊपर आरोप है. वह सीना चौड़ा कर घूम रहा है और प्रदर्शन कर रहा है. मुख्यमंत्री अपने आवास में बैठकर सुशासन का दावा कर रहे हैं.
'अपराधियों के हाथ में बिहार'
रालोसपा प्रमुख ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री में अगर थोड़ी भी शर्म और हया हो तो इस मामले में अविलंब कार्रवाई करें और जो भी दोषी हैं. उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए सजा दी जाए. ताकि पीड़ित को न्याय मिले. वहीं, इस मामले में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बयान पर उन्होंने कहा कि उनके बयान को इस घटना से ना जोड़ा जाए. पूरे बिहार में कहीं भी अपराध की घटना हो वह निंदनीय है. किसी को भी किसी की जान लेने का अधिकार नहीं है. सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे बिहार में कानून का राज होने का दावा करती है. लेकिन पूरे बिहार में कहीं भी कानून का राज नहीं है. अपराधियों के हाथ में बिहार है. विधि व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है.