पटना: केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है, लेकिन सियासत अभी खत्म नहीं हुई है. जेडीयू की ओर से केवल आरसीपी सिंह (RCP Singh) के शामिल होने पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा कि डिसीजन हो चुका है, लिहाजा कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है.
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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के फैसले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की भूमिका नहीं है. उन्होंने इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को अधिकृत कर रखा था. उन्होंने कहा कि वैसे अब जबकि मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है, इस पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए.
केंद्र में मंत्री नहीं बनाने पर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की नाराजगी की खबरों पर कुशवाहा ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि नाराजगी वाली कोई बात है. राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी के सर्वोपरि होते हैं. ऐसे में नाराजगी वाली बात का कोई मतलब भी नहीं है.
"मुझे नहीं लगता कि पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ही फैसले के लिए अधिकृत थे. उन्होंने जो ठीक समझा किया. किसी की नाराजगी की खबर मुझे नहीं है"- उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जेडीयू संसदीय बोर्ड
वहीं, आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनकी जगह नए अध्यक्ष के तौर पर अपना नाम आने के सवाल पर कुशवाहा ने साफ किया कि अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष का कोई चुनाव नहीं होने वाला है और मेरी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की कोई आकांक्षा भी नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने शुरू से ही पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में काम करने की बात कही है.
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आपको बताएं कि पहले चर्चा थी कि जेडीयू से ललन सिंह को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है, लेकिन उनकी जगह आरसीपी सिंह को मौका मिला. जिसके बाद से पार्टी के अंदर हलचल तेज है. चर्चा है कि ललन सिंह काफी नाखुश हैं. इस बीच नीतीश कुमार ने भी अब तक आरसीपी सिंह को मंत्री बनने पर बधाई नहीं दी है.