छपरा: जेपी के गांव सिताब दियारा में लोकनायक जप्रकाश नारायण की जयंती (Jai Prakash Narayan Birth Anniversary) पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने बिहार के लोगों की तारीफ की. उन्होंने मंच से कहा कि बिहार के बिहार के युवाओं का ब्रेन शार्प (Amazing brain of Bihar people) है. लेकिन बिहार में भ्रष्टाचार के चलते लोगों की प्रतिभा को आगे बढ़ने से रोक दिया.
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जेपी के गांव सिताब दियारा में योगी आदित्यनाथ: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर मंगलवार कों जेपी के गांव सिताबदियारा पहुंचे आदित्यनाथ ने बिना किसी के नाम लिये कहा कि जो लोग जयप्रकाश और लोहिया जी के नाम पर राजनीति को आगे बढ़ाते रहे हैं, उनके कारनामों को हम सब जानते हैं. जेपी राजनीति के अपराधीकरण के घुर विरोधी थे, लेकिन आज राजनीति का अपराधीकरण और भ्रष्टाचार बिहार के विकास को बाधित कर रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बिहार के नौजवानों को जब भी अवसर मिला, देश और दुनिया को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है.
'..एक समय में लोकतंत्र को कुचलने का काम हुआ' : योगी ने जेपी की संपूर्ण क्रांति की चर्चा करते हुए कहा कि इस देश के अंदर आजादी के योद्धाओं ने स्वतंत्र भारत में व्यवस्था कैसी होनी चाहिए, एक स्वस्थ्य संसदीय प्रणाली को अपनाया था, लेकिन सत्ता मोह में उस दौर की सरकार इस कदर आंखों में पट्टी बांध चुकी थी, कि एक समय लोकतंत्र को भी कुचलने का कार्य किया. जब लोकतंत्र को कुचलने का कार्य हुआ तो आखिर बिहार कैसे शांत बैठ सकता था.
''जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली के गांव के बाद वाली भूमि उत्तर प्रदेश की है. इस इलाके में बाढ़ की समस्या का समाधान पर काम किये जायेंगे. बाढ़ मुक्ति के लिए यूपी में लगातार कार्य किए जा रहे हैं.'' - योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम
'बिहार सरकार सहयोग करें, तो बाढ़ की समस्या दूर होगी' : योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे बिहार सरकार के साथ मिलकर सीमावर्ती इलाके में बाढ़ की समस्या को दूर करना चाहते हैं. आज यूपी में केवल तीन से चार जनपद में बाढ़ आते हैं. उन्होंने कहा कि नदियों को चयनित करना, जल यातायात को शुरू करना और बाढ़ से होने वाले जनहानि को रोकने के लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि इस पूरे क्षेत्र को मां गंगा और सरयू का आशीर्वाद निरंतर प्राप्त होता है. यह क्षेत्र दुनिया का सबसे उपजाऊ भूमि है. तमाम प्राकृतिक आपदाओं के बीच जूझने की क्षमता यहां के लोगों में दिखती है.
1942 में बलिया ने खुद को आजाद घोषित किया : योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत आजाद हुआ 1947 में. लेकिन बलिया ने 1942 में ही खुद को आजाद घोषित करा लिया था. सभी जानते हैं कि महात्मा गांधी के चंपारण आंदोलन को बिहार की धरती ने ही गति दी थी. इस आंदोलन ने तत्कालीन सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था.