पटनाः बिहार के पटना में ट्रेन में यात्री की तबीयत बिगड़ी तो टीटीई ने यात्री की जान बचाई. मामला दानापुर का है. गाड़ी संख्या 15657 ब्रह्मपुत्र मेल के कोच संख्या A1 के सीट नंबर 2 पर सफर कर रहे यात्री बेसुध पड़े हुए थे. टिकट जांच के दौरान वरीय टिकट जांच निरीक्षक शशि राजपूत (TTE Shashi Rajput) की नजर उस यात्री पर पड़ी. यात्री पूरी तरीके बेसुध हो गया था, बोल नहीं पा रहा था. उसके बाद टीटीई शशि राजपूत के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया. उसके कपड़े भी बदले.
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दिल्ली में पढ़ाई करता है युवकः टीटीई के द्वारा युवक के मोबाइल से परिजनों से संपर्क कर इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद शशि राजपूत ने पटना जंक्शन पर मेडिकल टीम को सूचना दी. परिवार वाले भी पटना जंक्शन पहुंचकर यात्री को घर ले गए. युवक की पहचान जिले के पटेल नगर निवासी राजदीप कुमार के रूप में हुई जो दिल्ली में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा है. परिजनों ने टीटीई का धन्यवाद भी किया.
"यात्री दिल्ली में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. दिल्ली से पटना अपने घर आ रहे थे. बीच में उनकी हालत काफी खराब हो गई थी. परिजनों के अनुसार बचपन से बेसुध होने की बीमारी है. सूचना मिलने के बाद परिजन यात्री को घर ले गए." -शशि राजपूत, टीटीई, पटना
इससे पहले भी यात्री की बचाई है जानः बता दे कि शशि राजपूत लोगों की मदद के लिए जाने जाते हैं. वे हमेशा यात्रियों की मदद करते रहते हैं. पूर्व मध्य रेल के अधिकारी की ओर से कई बार सम्मानित भी किया गया है. इसके पहले शशि ने एक महिला के साथ एक बच्ची को देखा था. पूछताछ में पता चला था कि बच्ची आरा से लापता हो गई थी. इसके बाद परिजनों से संपर्क कर बच्ची को रिश्तेदार के साथ घर भेजने का काम किया था.
हो चुके हैं सम्मानितः दानापुर रेलवे स्टेशन पर एक रेल यात्री ट्रेन के इंजन पर चढ़कर बिजली के तार को पकड़ रहा था. टीटीई शशि राजपूत ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर उस यात्री की जान बचाए थे. जिसकी खूब चर्चा हुई थी. इसके अलावा वे अपने ड्यूटी भी पूरी ईमानदारी के साथ करते हैं. पिछले साल उन्होंने रेलवे को 1 करोड़ से ज्यादा रुपए वसूल कर रेलवे विभाग को दिया. इसके लिए सबसे ज्यादा जुर्माना वसूलने पर सम्मानित किया गया था.