पटना: कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन है. ऐसे में बिहार के लोग देश के कई राज्यों में फंसे हुए हैं. इसी को लेकर परिवहन मंत्री संतोष निराला ने कहा कि प्रवासियों को दूसरे राज्य से लाने के लिए सरकार लगातार ट्रेन चलवा रही है. साथ ही लोग अपने वाहन से भी आ रहे हैं और बड़ी संख्या में पैदल भी बिहार बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. वहां से बस के माध्यम से गृह ब्लॉक में उन्हें पहुंचाया जा रहा है.
संतोष निराला ने कहा कि जो भी प्रवासी बिहार आने के इच्छुक होंगे, सबको लाया जाएगा. सरकार प्रवासियों को लेकर पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में लॉकडाउन के बीच लाखों प्रवासी बिहार आ चुके हैं.
कई लोग पैदल पहुंच रहे हैं बिहार
परिवहन मंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग पैदल भी बिहार बॉर्डर के पास पहुंच रहे हैं और इनकी संख्या हजारों में है. खासकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों से लोग बिहार बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. बॉर्डर पर पैदल पहुंचने वाले लोगों को भी बसों और ट्रेन के माध्यम से उनके ब्लॉक तक पहुंचाया जा रहा है.
'पैदल आने वालों के लिए भी ट्रेन और बस'
बिहार सरकार की ओर से 825 ट्रेनों की प्लानिंग की जा चुकी है, जिसमें 320 ट्रेनें अब तक पहुंच चुकी है. 505 ट्रेन 26 मई तक 8 लाख से अधिक और लोगों को लाएगी और उसकी तैयारी भी की गई है. बिहार के अंदर भी बॉर्डर इलाकों से प्रवासियों को गृह जिले तक पहुंचाने के लिए 8 ट्रेन चलाई जा रही है. बॉर्डर पर पैदल पहुंच रहे लोगों के लिए 800 बसों की व्यवस्था की गई है. पूरे बिहार में 4500 बस प्रवासियों को उनके गृह जिले तक पहुंचाने के लिए चल रही है. सभी प्रवासी मजदूरों को ब्लॉक क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रखा गया है और उसमें से कई पॉजिटिव भी मिल रहे हैं.