पटना: राजधानी के साथ-साथ अन्य जिलों और राज्यों के डॉक्टरों के लिए एक अच्छी खबर है. अब डॉक्टर रोबोटिक सर्जरी के बारे में विस्तृत जानकारी ले सकेंगे. इसके लिए पटना एम्स रोबोटिक सर्जरी को लेकर तीन दिनों का ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहा है. 21, 22 और 23 अक्टूबर को चलने वाले इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में तकरीबन 250 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया है.
अमेरिका की इंटयूटिव सर्जिकल कंपनी इस एडवांस रोबोट को पहली बार पटना एम्स लेकर आई है ताकि यहां के डॉक्टर भी इस हाईटेक रोबोटिक सर्जरी के प्रति जागरूक हो सके. एम्स के कैंसर विभाग में होने वाले इस तीन दिवसीय ट्रेनिंग के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. जगजीत सिंह ने कहा कि ये रोबोटिक सर्जरी कैंसर के इलाज में काफी कारगर है. खासतौर पर मुंह के कैंसर के साथ-साथ खाने की नली में कैंसर, फेफड़े के कैंसर और अंतड़ियों के कैंसर में इससे सफल ऑपरेशन किया जा सकता है.
रोबोटिक सर्जरी से होगा इलाज
उन्होंने बताया कि इसके अलावा ये रोबोट गैनोकलॉजी, यूरोलॉजी, प्रोस्टेट और ईएनटी से संबंधित सर्जरी में भी काफी कारगर है. डॉ. जगजीत सिंह ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के कई एडवांटेज है. जिसमें सबसे अहम है कि इस हाईटेक सर्जरी के बाद मरीज को दो से तीन दिनों में ही अस्पताल से डिस्चार्ज मिल जाता है, जबकि मैन्युअल सर्जरी में मरीज को करीब 10 से 15 दिन अस्पताल में रहना पड़ता है.
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डॉक्टरों को दी जा रही ट्रेनिंग
इस हाईटेक रोबोट मशीन को पहली बार पटना एम्स लाने वाले इंटयूटिव सर्जिकल कंपनी के सेल्स मैनेजर विशाल दयाल ने बताया कि इस मशीन के बारे में बिहार के डॉक्टरों को पता तो है पर उन्होंने आजतक कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया है. इसलिए द विंची एक्साइड नामक इस रोबोट के फायदे और उनके महत्व के बारे डॉक्टरों को जागरूक करना इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने बताया कि इस मशीन की कीमत 22 से 30 करोड़ रुपये है जो कैंसर की सर्जरी की दिशा में एक बेहतर कदम है. इस मशीन के इस्तेमाल से कैंसर का ऑपरेशन करना काफी सरल हो जाएगा.