पटना: पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) की और से 5 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन (World Class Station) बनाने की पहल पहले ही की जा चुकी है. अब एक बार फिर से पूर्व मध्य रेल के पांच और स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा. इन स्टेशनों में बिहार के तीन, झारखंड के एक और उत्तर प्रदेश के एक स्टेशन शामिल हैं.
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पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सीतामढ़ी, बरौनी, दरभंगा, धनबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन का रूप दिया जाना है. वहां यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रखते हुए विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान की जाएगी. स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत पूर्व में चयनित 5 स्टेशनों के अलावा 5 और स्टेशनों को पुनः विकास कर उसे विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा.
मालूम हो कि अब तक गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और सिंगरौली स्टेशन को वर्ल्ड क्लास के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की जा चुकी है. पांच और स्टेशनों के चयन के बाद पूर्व मध्य रेल में अब कुल 10 स्टेशनों का पुनर्विकास कर उसे अत्याधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा. स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य रेल भूमि विकास प्राधिकरण की ओर से किया जाना है. स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को संरक्षा बेहतर और सुखद यात्रा का अनुभव के साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है.
स्टेशन को विश्वस्तरीय और अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करते हुए स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा. जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी. वहीं रेलवे की जमीन पर मॉल और मल्टीपरपस बिल्डिंग बनाया जाएगा. स्टेशन का विकास सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता उपकरण और हरित इमारत मानकों के अनुसार किया जाएगा.
रेल यात्रियों के स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान के लिए प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े. स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट के साथ प्रत्येक प्लेटफार्म पर एक्सीलेटर लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने जाने में यात्रियों को सुविधा हो.
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यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खानपान, वाशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे. इससे आम यात्रियों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे. पुनर्विकास के क्रम में दिव्यांग जनों के लिए भी सभी सुविधाएं जैसे रैम्प, ब्रेल लिपि इत्यादि प्रदान की जाएगी, ताकि दिव्यांगजन बिना किसी असुविधा के स्वयं भी रेल यात्रा करने में सक्षम हो सके.