पटना: राजधानी पटना से सटे दीदारगंज फोर लेन के दोनों तरफ पुनपुन नदी का पानी घुस आया है, जिसकी वजह से कई गांव जलमग्न हो गये हैं. साथ ही इन इलाको में हजारों एकड़ जमीन में लगी फसल भी बर्बाद हो चुकी है, जिससे किसानों को इस आपदा कि घड़ी में भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं सरकार की ओर से भी लोगों की मदद के लिये कोई पहल नहीं की जा रही है, जिसके चलते लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई है.
बाढ़ से हजारों एकड़ जमीन में लगी फसल बर्बाद
प्रकृति भी इंसानों के साथ गजब का खेल खेल रही है. कभी कोरोना तो कभी बाढ़ ने इंसानों का जीना मुहाल कर दिया है, अभी कोरोना खत्म भी नहीं हुआ था कि पूरा बिहार बाढ़ की बिपदा सहने को मजबूर हो गया है. वहीं, राजधानी पटना सिटी से सटे दीदारगंज फोर लेन के दोनों तरह पूरे गांव के जलमग्न होने के साथ ही किसानों की हजारों एकड़ जमीन में लगी धान और सब्जी भी पूरी तरह से नष्ट हो गयी है.
सरकार से नही मिल रही कोई मदद
वहीं, सरकार मदद का दावा तो कर रही है, लेकिन किसी को भी मदद नही मिल पा रही है, ये ही कारण है कि किसान आत्महत्या करने को मजबूर है. लोगों को कही से भी कोई उम्मीद की किरण नजर नही आ रही है, जिसके कारण लोग भूख-प्यास से तड़प रहे है. वहीं, सबसे बड़ी परेशानी मवेशियों के लिये खड़ी हो गई है. कितने बाढ़ में बह गये, तो कितने भूख से मर गये, लेकिन अनुमंडल स्तर पर कोई किसी को देखने वाला नही है.