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'अब सिर्फ जनता दरबार से है आस, मेरी बेटी को इंसाफ दिलाएंगे मुख्यमंत्री'

पांच साल बाद 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम शुरू हो गया है. सीएम से इंसाफ की उम्मीद लिए मुजफ्फरपुर से भी एक दंपति पहुंचे हैं. आरोप है कि उनकी बेटी की दहेज के लिए हत्या कर दी गई. कहीं से इंसाफ नहीं मिल रहा है.

जनता दरबार
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Published : Jul 19, 2021, 12:46 PM IST

पटनाः मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) से प्यारेलाल अपनी पत्नी सुनीता देवी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मिलने पहुंचे. जनता दरबार में अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांगने पहुंचे हैं. प्यारेलाल का कहना है कि थाना से लेकर अधिकारियों तक के पास गुहार लगा चुके हैं. लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है. इस गरीब की सुनने वाला कोई भी नहीं है. दहेज लोभियों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी. कार्रवाई करने के लिए थाने में 50 हजार रुपए मांगा जा रहा है.

यह भी पढ़ें- जनता दरबार 2.0 में नीतीश कुमार आज फिर सुनेंगे फरियाद

मजदूरी का काम कर रहे प्यारेलाल का कहना है कि मैं कहां से पैसा लाकर अधिकारियों को दूं. प्यारेलाल और सुनीता का कहना है कि यहां गरीबों की कोई नहीं सुन रहा. बस अब उम्मीद है कि मुख्यमंत्री से न्याय मिल जाए. जनता दरबार के बाहर पहुंचे दंपति को मुख्यमंत्री से मिलने का इंतजार है. दंपति का कहना है कि 2 साल हो गया अब तक न्याय नहीं मिला है. ससुराल वाले दबंग हैं. पैसे देकर मामले को दबा रहे हैं. प्यारेलाल और उनकी पत्नी सुनीता रो-रोकर अपनी व्यथा बता रही हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

बता दें कि 5 साल बाद एक बार फिर 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम शुरू हो गया है. आज दूसरी बार नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम 2016 में बंद हुआ था. इस बार मुख्यमंत्री आवास की जगह मुख्यमंत्री सचिवालय में जनता दरबार लग रहा है. इसके लिए विशेष तौर पर हॉल का निर्माण किया गया है. हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी तैनाती की गई है.

यह भी पढ़ें- जनता के दरबार में मुख्यमंत्री: 5 साल बाद साढ़े पांच घंटे तक CM नीतीश ने सुनी फरियाद

पटनाः मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) से प्यारेलाल अपनी पत्नी सुनीता देवी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मिलने पहुंचे. जनता दरबार में अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांगने पहुंचे हैं. प्यारेलाल का कहना है कि थाना से लेकर अधिकारियों तक के पास गुहार लगा चुके हैं. लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है. इस गरीब की सुनने वाला कोई भी नहीं है. दहेज लोभियों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी. कार्रवाई करने के लिए थाने में 50 हजार रुपए मांगा जा रहा है.

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मजदूरी का काम कर रहे प्यारेलाल का कहना है कि मैं कहां से पैसा लाकर अधिकारियों को दूं. प्यारेलाल और सुनीता का कहना है कि यहां गरीबों की कोई नहीं सुन रहा. बस अब उम्मीद है कि मुख्यमंत्री से न्याय मिल जाए. जनता दरबार के बाहर पहुंचे दंपति को मुख्यमंत्री से मिलने का इंतजार है. दंपति का कहना है कि 2 साल हो गया अब तक न्याय नहीं मिला है. ससुराल वाले दबंग हैं. पैसे देकर मामले को दबा रहे हैं. प्यारेलाल और उनकी पत्नी सुनीता रो-रोकर अपनी व्यथा बता रही हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

बता दें कि 5 साल बाद एक बार फिर 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम शुरू हो गया है. आज दूसरी बार नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम 2016 में बंद हुआ था. इस बार मुख्यमंत्री आवास की जगह मुख्यमंत्री सचिवालय में जनता दरबार लग रहा है. इसके लिए विशेष तौर पर हॉल का निर्माण किया गया है. हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी तैनाती की गई है.

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