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बिहार में बाढ़ की वजह से अब तक 10 लोगों की मौत: आपदा विभाग - आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय

बिहार में बाढ़ की वजह से अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि बाढ़ को लेकर विभाग पूरी तरह सचेत है.

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बाढ़ की वजह से अब तक कुल 10 लोगों की हुई मौत
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Published : Jul 25, 2020, 4:45 PM IST

पटना: आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बाढ़ संबंधित आपदा विभाग का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 10 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया जिले के 74 प्रभावित प्रखंड की संख्या है. कुल 529 प्रभावित पंचायतों की संख्या है. इन जिलों में 9 लाख 60 हजार 831 प्रभावित लोग की जनसंख्या है. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 93 हजार 891 है.

10 लोगों की मौत
इस दौरान कुल 21 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 12 हजार 23 लोग हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 10 जिलों में 271 सामुदायिक रसोई चला रहा है.

जिसमें एक लाख 15 हजार 325 लोग प्रतिदिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार अब तक कुल 10 लोगों की मौत बाढ़ से हुई है, जिसमें सीतामढ़ी में दो, दरभंगा में एक और पश्चिम चंपारण में 7 लोगों की मौत हुई है.

22 टीमों की तैनाती
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 10 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है. कुल 22 टीमों की तैनाती की गई है और आपदा मुख्यालय में 5 टीमों को रिजर्व में रखा गया है.

नीतीश कुमार कर रहे मॉनिटरिंग
जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिला में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं. आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है.

ऊंचे स्थल का निरीक्षण
महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है, सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से किया गया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है.

विभाग को तैयार रहने का निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेपाल और गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया था. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है.

पटना: आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बाढ़ संबंधित आपदा विभाग का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 10 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया जिले के 74 प्रभावित प्रखंड की संख्या है. कुल 529 प्रभावित पंचायतों की संख्या है. इन जिलों में 9 लाख 60 हजार 831 प्रभावित लोग की जनसंख्या है. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 93 हजार 891 है.

10 लोगों की मौत
इस दौरान कुल 21 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 12 हजार 23 लोग हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 10 जिलों में 271 सामुदायिक रसोई चला रहा है.

जिसमें एक लाख 15 हजार 325 लोग प्रतिदिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार अब तक कुल 10 लोगों की मौत बाढ़ से हुई है, जिसमें सीतामढ़ी में दो, दरभंगा में एक और पश्चिम चंपारण में 7 लोगों की मौत हुई है.

22 टीमों की तैनाती
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 10 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है. कुल 22 टीमों की तैनाती की गई है और आपदा मुख्यालय में 5 टीमों को रिजर्व में रखा गया है.

नीतीश कुमार कर रहे मॉनिटरिंग
जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिला में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं. आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है.

ऊंचे स्थल का निरीक्षण
महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है, सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से किया गया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है.

विभाग को तैयार रहने का निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेपाल और गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया था. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है.

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