पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के भूमि सूधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय पर फिर निशाना साधा है. तेजस्वी यादव ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जिस जमीन से शराब की बरामदगी हुई है वह मंत्री रामसूरत राय के नाम पर है. इस मामले पर बिहार में सियासत तेज हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग जारी है. सात ही मामले में आरोपी बनाए गए व्यक्ति के भाई ने अपने परिवार की जान खतरे में होने का दावा किया है.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा कई बार बदलती रहती है. लेकिन राजस्व मंत्री की जमीन से बरामद शराब के मामले पर सही से जांच होनी चाहिए. कोई कुछ भी दावा कर सकता है. अभी तक मंत्री रामसूरत राय का पक्ष सुना जा रहा था. लेकिन सच का पता दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही चल सकता है. वे निर्दोष हैं तो एग्रीमेंट पेपर पेश करें "-तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
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'बच नहीं सकते राजस्व मंत्री'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उस जमीन पर संचालित स्कूल के संस्थापक मंत्री रामसूरत राय हैं और व्यवस्थापक उनके भाई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह स्कूल मंत्री के पिता के नाम पर चल रहा था, इसलिए वे दावा नहीं कर सकते कि स्कूल से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि लीज पर किसी की जमीन लेकर कोई जमीन के मालिक के नाम पर स्कूल नहीं खोलता. इसलिए राजस्व मंत्री इससे बच नहीं सकते.
'निर्दोष है मेरा भाई'
आरजेडी नेता ने कहा कि अब तक सबलोग बस एकतरफा बात सुन रहे थे. लेकिन अब दोनों तरफ की बात सुनी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में सरकारी दबाव में आरेपी को छोड़कर किसी और की गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार अमरेंद्र के भाई अंशु ने भी दावा किया कि उसका भाई निर्दोष है.
'परिवार को बर्बाद करने की मिली धमकी'
अंशु भास्कर ने कहा कि 11 मार्च को वह बोचहां में जब अपने घर लौट रहा था तभी दो नकाबपोश अपराधियों ने धमकी दी. उन्होंने कहा कि अपने भाई अमरेंद्र को कहो कि सारा आरोप अपने नाम पर ले ले नहीं तो पूरे परिवार को बर्बाद कर देंगे.
'रामसूरत राय ने किया था स्कूल का उद्घाटन'
तेजस्वी यादव ने कहा कि मंत्री और उनके परिवार को बचाने के लिए एक निर्दोष अमरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि जब वह सदन में यह मामला उठा तो उसके भाई अंशु समेत पूरे परिवार को तबाह करने की धमकी दी गई है. रोपित अमरेंद्र कुमार के भाई अंशु भास्कर ने दावा किया कि स्कूल का उद्घाटन मंत्री रामसूरत राय ने ही किया था. स्कूल में प्राइज डिसटीब्यूशन भी रामसूरत राय करते थे.
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'एग्रीमेंट पेपर पेश करें मंत्री'
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे रामसूरत राय को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें. साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच की जाए. उन्होंने कहा कि रामसूरत राय मंत्री पद पर बने रहे तो वे मामले की जांच को प्रभावित करेंगे. तेजस्वी यादव ने रामसूरत राय से एग्रीमेंट पेपर पेश करने की मांग की है. बता दें कि शराब की बरामदगी मामले के प्रकाश में आने के बाद रामसूरत राय ने सफाई देते हुए कहा कि यह जमीन उनके नाम पर नहीं है.