पटना: बिहार में जानलेवा कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयावह है कि अब आम के साथ खास भी कोरोना की चपेट में आकर जान गंवा रहे हैं. इस बीच नीतीश सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को इमोशनल ट्वीट किया है.
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तेजस्वी यादव का इमोशनल ट्वीट
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि ''इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया. एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद मांग रहे, तड़प रहे सभी जरूरतमंदों की मदद नहीं कर पा रहा. अस्पतालों में फोन लगवाओ तो जवाब आता है- कुछ नहीं कर सकते सर! बेड नहीं है. इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है. कैसे मदद करें?''
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अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है। कोई उठाता नहीं है। अधिकारी या तो CM की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं?
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कोई ऐसी dedicated हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर Real Time बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ।
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 27, 2021
कोई ऐसी dedicated हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर Real Time बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ।अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है। कोई उठाता नहीं है। अधिकारी या तो CM की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 27, 2021
कोई ऐसी dedicated हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर Real Time बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ।
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ''अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजता रह जाता है. कोई उठाता नहीं है. अधिकारी या तो सीएम की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं?''
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'हमने दिए थे 30 सकारात्मक सुझाव'
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि ''हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे, पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया. नीतीश सरकार की आम लोगों की तकलीफ दूर करने की कोई मंशा ही नहीं है. सरकार बस विज्ञापन देकर और आंकड़ों को कम कर धूल झोंकने के फिराक में है.''
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हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे है लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते।
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हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है।
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हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है।हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे है लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते।
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हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है।
'हाथ पर हाथ धरे बैठी सरकार'
राजद नेता ने सिस्टम पर निशाना साधते हुए कहा कि ''नागरिकों के लिए एक तरफ बेपरवाह व भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था का अंधा कुआं है, तो दूसरी तरफ काला बाज़ारी, मुनाफाखोरी और आंकड़ों की हेरा-फेरी. भ्रष्ट सरकार धृतराष्ट्र की तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी है. लोगों को मरते छोड़ सरकार बस हेडलाइन मैनेजमेंट व मौत के आंकड़ों को कम करने में लगी है.''
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तेजस्वी ने सिस्टम पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ''हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे है, लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते. हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है.''