पटना: जमीन के बदले नौकरी घोटाला (Land For Job Scam) मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होंगे. इस मामले में ईडी और सीबीआई पिछले दिनों सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ कर चुकी है. 14 साल पुराना यह मामला, लालू के रेल मंत्री रहते हुए जमीन के बदले नौकरी पाने का है.
तेजस्वी को पेश होने का आदेश : इससे पहले सीबीआई ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को तीन बार (4 मार्च, 11 मार्च और 14 मार्च) हाजिर होने के लिए समन भेजा. लेकिन तीनों बार वे (तेजस्वी) हाजिर नहीं हुए थे. तेजस्वी ने पत्नी की खराब तबीयत का हवाला दिया था. इसके बाद तेजस्वी ने गुरुवार (16 मार्च) को दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई के समन को रद्द करने की मांग की थी. लेकिन कोर्ट ने सुनवाई करते हुए याचिका को खारिज कर दिया और कोर्ट में पेश होने के लिए कहा. सुनवाई के दौरान कोर्ट में तेजस्वी की तरफ से दलील दी गई कि विधानसभा की कार्रवाई की चलते वे सदन में पेश नहीं हो सकते हैं. बजट सत्र पूरा होने के बाद वे (तेजस्वी) जांच एजेंसी के सामने पेश होंगे.
सीबीआई ने अपनी दलील में कहा कि शनिवार और रविवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही नहीं होती है. ऐसे में मार्च के किसी भी शनिवार और रविवार को वे (तेजस्वी) कोर्ट में पेश हो सकते हैं. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने डिप्टी सीएम को 25 जनवरी यानी आज 10:30 बजे तेजस्वी को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होने के लिए कहा.
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम? : यह 14 साल पुराना मामला है. मामले में जांच एजेंसी (CBI) ने 18 मई साल 2022 को केस दर्ज किया था. एफआईआर के मुताबिक, लालू यादव ने साल 2004 से 2009 के बीच, यूपीए सरकार में रेलमंत्री रहते हुए पटना के 12 लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी. सीबीआई की माने तो लालू यादव ने सभी से जमीन अपने परिवार के नाम पर लिखवा ली. बता दे कि सीबीआई ने मामले में साल 2021 में जांच शुरू की थी.