पटना: बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूट गया है. बिहार में फिर से महागठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader Of Opposition Tejashwi Yadav) ने कहा कि पार्टी ने मुझे कहा मुख्यमंत्री बनने को कहा था, विधायकों की भी यही इच्छा थी लेकिन जनता का मेंडेट नीतीश कुमार को था. इसीलिए हमने उन्हें नेता माना है.
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इससे पहले आरजेडी विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव ने विधायको को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगो ने मुझ पर भरोसा किया इसके लिए आप लोगो का दिल से आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि हमने लोगों से कहा है कि हम अपने मुद्दे पर काम करेगे. तेजस्वी ने कहा कि हम लोगों ने जो जनता से किया है, उसे पूरा करना है.
इस बीच खबर है कि सीएम नीतीश कुमार शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करेंगे. इसे देखते हुए राजभवन की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. वहीं, महागठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार को समर्थन देने का फैसला हो गया है. कांग्रेस और माले ने अपना अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है. नीतीश कुमार सीएम बने रहेंगे जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बनेंगे.
यह है बिहार सरकार का राजनीतिक समीकरण: फिलहाल बिहार में डबल इंजन की सरकार है. बीजेपी और जदयू के साथ ही अन्य सहयोगियों की मदद से सरकार चल रही है. एनडीए में अभी बीजेपी के 77, जदयू के 45, हम के 04 और 01 निर्दलीय विधायक हैं. कुल विधायाकों की संख्या 127 है. वहीं अगर सीएम नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो जाते हैं तो कुछ इस तरह के समीकरण देखने को मिलेंगे. राजद के 79, जदयू के 45, कांग्रेस के 19, माले के 12, सीपीआई के 02, सीपीएम के 01 और 01 निर्दलीय विधायकों की संख्या होगी जो कुल 159 है. इसमें हम के 4 विधायक जोड़ दें तो यह संख्या 163 हो जाएगी.
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