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Rt Pcr जांच की संख्या कम क्यों है, आंकड़ों की बाजीगरी में लगे हैं सीएम नीतीश: तेजस्वी यादव - तेजस्वी यादव का बयान

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार की नकामयाबी को गिनाते हुए व्यवस्थाओं को सही करने की बात कही है.

तेजस्वी यादव
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Published : May 14, 2021, 3:40 PM IST

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने सवाल उठाया है कि बिहार में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कम क्यों कर दी गई है. जबकि कोविड-19 की जांच के लिए यह सबसे भरोसेमंद टेस्ट मानी जाती है.

इसे भी पढ़ें: पटना जंक्शन पर कोरोना जांच के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर उड़ी धज्जियां

आरटीपीसीआर सबसे भरोसेमंद जांच
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि WHO और ICMR मानक के अनुसार, आरटीपीसीआर कोरोना के लिए सबसे भरोसेमंद जांच है. उसे कुल जांच का 70% होना चाहिये. लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% आरटीपीसीआर जांच करा रही है. इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि पिछले माह की तुलना में बिहार सरकार ने इस जांच संख्या में 41% कटौती की है. जबकि पॉजिटिविटी रेट 20% है.

ये भी पढ़ें: कोरोना टेस्ट में अजब खेल, बिना सैंपल दिए ही मोबाइल पर आ गई जांच रिपोर्ट

फर्जीवाड़ा बंद करने की अपील
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स दावों के विपरीत क्यों होती है? उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार आंकड़ोंं का फर्जीवाड़ा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करे.

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने सवाल उठाया है कि बिहार में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कम क्यों कर दी गई है. जबकि कोविड-19 की जांच के लिए यह सबसे भरोसेमंद टेस्ट मानी जाती है.

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आरटीपीसीआर सबसे भरोसेमंद जांच
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि WHO और ICMR मानक के अनुसार, आरटीपीसीआर कोरोना के लिए सबसे भरोसेमंद जांच है. उसे कुल जांच का 70% होना चाहिये. लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% आरटीपीसीआर जांच करा रही है. इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि पिछले माह की तुलना में बिहार सरकार ने इस जांच संख्या में 41% कटौती की है. जबकि पॉजिटिविटी रेट 20% है.

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फर्जीवाड़ा बंद करने की अपील
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स दावों के विपरीत क्यों होती है? उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार आंकड़ोंं का फर्जीवाड़ा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करे.

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