पटनाः बिहार के बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सभी रोल कुछ न कुछ प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक ओर महागठबंधन के नेता इसे न्याय संगत बता रहे हैं वहीं विपक्ष इसे गलत बता रहे हैं. सबकी नजर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर टिकी थी, ऐसे में तेजस्वी यादव से जब आनंद मोहन की रिहाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध दी. मीडिया के सवाल पर उन्होंने कोई जबाव नहीं देते हुए आगे बढ़ गए.
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फ्लाट लेट होने का बनाया बहानाः दरअसल, मंगलवार की शाम डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए रवाना हुए. इस दौरान पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो मीडिया ने चारो ओर से घेर लिया. इस दौरान मीडिया ने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर राय जाननी चाही, लेकिन उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया. उन्होंने बस इतना कहा कि हटिए, लेट हो रहा है. फ्लाइट मिस हो जाएगी. इसके बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया को अनदेखा करते हुए आगे बढ़ गए. अब इससे सवाल उठने लगा है कि क्या वास्तव में तेजस्वी यादव को फ्लाइट पकड़ने की जल्दी थी या फिर वह बयान देने से बच रहे हैं.
क्या है मामलाः बता दें कि बिहार में आनंद मोहन सहित 27 ऐसे लोगों को रिहा किया जा रहा है, जो लंबे समय से किसी न किसी मामले में जेल में बंद हैं. जिसकी रिहाई के लिए सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके बाद से बिहार में इसको लेकर भी सिसायत शुरू हो गई है. दरअसल, 5 दिसंबर को 1994 को बिहार के मुजफ्फरपुर में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आनंद मोहन भी आरोपी थे. आनंद मोहन सहित कई आरोपी को फांसी की सजा हुई थी. बाद में हाईकोर्ट ने इसे उम्रकैद में बदल दिया. आनंद मोहन 2007 से जेल में हैं. बिहार सरकार की ओर से आनंद मोहन के साथ 27 लोगों को रिहा किया जाएगा.