पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर नीतीश सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है.
तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा- 'पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है. सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है. बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है. आने वाले दिनों में स्थिति बेकाबू होने वाली है. सरकार जांच नहीं कर रही, कर रही है तो आंकड़े छुपा रही है. बिहार को अब भगवान बचाए.'
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पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है। बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है। आने वाले दिनों में स्थिति बेक़ाबू होने वाली है। सरकार जाँच नहीं कर रही, कर रही है तो आँकड़े छुपा रही है। बिहार को अब भगवान बचाए.. pic.twitter.com/IdEpC3u8ZY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है। बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है। आने वाले दिनों में स्थिति बेक़ाबू होने वाली है। सरकार जाँच नहीं कर रही, कर रही है तो आँकड़े छुपा रही है। बिहार को अब भगवान बचाए.. pic.twitter.com/IdEpC3u8ZY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2020पटना एम्स के फुटपाथ पर लेटा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। सरकार, प्रशासन और अस्पताल कोई नहीं सुन रहा है। बिहार में कोरोना के हालात बहुत भयावह है। आने वाले दिनों में स्थिति बेक़ाबू होने वाली है। सरकार जाँच नहीं कर रही, कर रही है तो आँकड़े छुपा रही है। बिहार को अब भगवान बचाए.. pic.twitter.com/IdEpC3u8ZY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2020
पॉजिटिव रिपोर्ट लेकर भटकता रहा संक्रमित मरीज
बता दें कि गुरुवार को पटना के फुलवारीशरीफ का एक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज अपनी कोविड-19 पॉजिटिव होने की रिपोर्ट लेकर राजधानी की सड़कों पर भटकता रहा. क्वारंटीन सेंटर जाने के लिए टेम्पो और बस में सवार भी हुआ लेकिन पॉजिटिव मरीज में किसी तरह का लक्षण नहीं देखकर किसी को यह भनक तक नहीं लगी कि पास में बैठा युवक कोरोना पॉजिटिव है.
पटना AIIMS बना कोरोना अस्पताल
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए पटना एम्स को पूरी तरह से कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल बना दिया गया है. अब राजधानी पटना में कोरोना अस्पतालों की संख्या दो हो गई है. एनएमसीएच पहले से ही कोरोना का अस्पताल है. वहीं, आईसीएमआर ने कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए देश के जिन 12 संस्थानों को चुना है, उसमें पटना एम्स भी शामिल है.
नोट: ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.