पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के सीएम नीतीश और उनकी सरकार से 18 सवाल पूछे हैं. इनमें से ज्यादातर सवाल बेरोजगारी और बिहार में उद्योग धंधों को लेकर है. तेजस्वी ने ना सिर्फ बिहार में उद्योग बल्कि कृषि, आईटी सेक्टर और सरकारी नौकरियों की खराब स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं.
अपनी बेरोजगारी हटाओ यात्रा को स्थगित करने की जानकारी देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सरकार से कुछ सवाल पूछना चाहते हैं और उनसे इन सवालों का जवाब भी चाहते हैं.
तेजस्वी के सवाल:
- 15 वर्षों की सरकार बताए कि बिहार में आईटी कंपनियां क्यों नहीं आ सकती और आईटी पार्क और तेज क्यों नहीं बन सकते.
- बिहार में केला, मकई, मखाना, चावल, गन्ना, आलू, लीची, आम इत्यादि फल और सब्जियों का इतना उत्पादन होता है फिर भी इनसे संबंधित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्यों नहीं लग सकते.
- बिहार दूसरे प्रदेशों से मछली खरीदता है. बिहार में ऐसी व्यवस्था हम क्यों नहीं कर सकते कि मछली उत्पादन को बढ़ावा देकर मछुआरों की आमदनी और उत्पादन बढ़ाया जा सके.
- बिहार में इंडस्ट्री-स्पेसिफिक क्लस्टर क्यों नहीं लगाए जा सकते.
- बिहार में डेयरी प्रोडक्ट यानी दुग्ध उत्पादन संबंधी बड़े उद्योग क्यों नहीं लगा सकते.
- नीतीश कुमार बताएं कि उन्होंने लघु उद्योग और हथकरघा उद्योग के लिए क्या किया है.
- बिहार में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं तो बिहार को अब तक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित क्यों नहीं किया गया.
- सरकार विभिन्न विभागों में लंबित लाखों रिक्तियों पर नियुक्तियां क्यों नहीं करती.
- भर्ती परीक्षा और प्रक्रिया को पारदर्शी और नियमित क्यों नहीं किया गया.
- बिहार सरकार स्थाई निवासियों के लिए 90 फीसदी नौकरी आरक्षित करने का प्रावधान करने वाली हमारी डोमिसाइल नीति की मांग स्वीकार क्यों नहीं करती.
- बिहार सरकार बताए कि 15 साल में कुल कितनी नौकरियां दी गई हैं.
- 15 सालों में हुई कुल नियुक्तियों का जिलावार और जातिवार आंकड़ा प्रस्तुत की जाए.
- 15 सालों में कुल कितने बेरोजगारों ने रोजगार निबंधन कार्यालय में पंजीकरण कराया.
- 15 सालों में कुल कितना पलायन हुआ.
- बिहार में पलायन क्यों हो रहा है.
- 15 सालों में बिहार में कुल कितने उद्योग धंधे और कल कारखाने लगे.
- 15 सालों में पहले से चालू कितनी चीनी मिल जूट मिल पेपर मिल और दूसरे उद्योग और कारखाने बंद हुए और उन से बिहार को कुल कितने राजस्व और रोजगार के अवसरों की हानि हुई.
- 15 सालों में बिहार से कितने लाख करोड़ शिक्षा और चिकित्सा के नाम पर दूसरे प्रदेशों में गया.
- बिहार के मानव संसाधन का कुल कितने प्रतिशत बिहार में और दूसरे प्रदेशों में कार्यरत है.