पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव आज अपनी 'तेज सेना' लॉन्च करने जा रहे हैं. उन्होंने ट्वीटर के जरिए इस नये संगठन की घोषणा की थी. हालांकि तेज प्रताप के इस नए कदम से एक बार फिर पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं, वो भी तब जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पिछले एक महीने से गायब हैं.
तेज प्रताप ने ट्वीट कर लोगों से उनकी सेना में शामिल होने की अपील की थी और एक नंबर भी दिया था, जिसके जरिए लोग उनके संगठन में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि, 'बदलाव के लिए तेज सेना में शामिल हों, चेंज मेकर्स के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, 28 जून को लॉन्च हो रहा है.'
-
Join Tej Sena for change, an online platform for change makers. Launching on 28th June. pic.twitter.com/Y2ERUnkMsq
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Join Tej Sena for change, an online platform for change makers. Launching on 28th June. pic.twitter.com/Y2ERUnkMsq
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 26, 2019Join Tej Sena for change, an online platform for change makers. Launching on 28th June. pic.twitter.com/Y2ERUnkMsq
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 26, 2019
राजभवन मार्च से ऐन पहले हो गए गायब
लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव के अचानक गायब होने पर तेजप्रताप ने पार्टी की कमान अपने हाथों में लेने की भरसक कोशिश की है, लेकिन आरजेडी में जमे पुराने नेताओं ने उन्हें इसमें कामयाब नहीं होने दिया. इसी वजह से पहले दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर वो खुद नहीं आए और अभी दो दिन पहले राजभवन मार्च से ऐन पहले भी अचानक गायब हो गए.
पार्टी पर अपनी पकड़ बनाने की कोशिश में तेज
कभी जनता दरबार, कभी बदलाव यात्रा तो कभी लालू-राबड़ी मोर्चा के नाम पर तेज प्रताप पार्टी पर अपनी पकड़ बनाना चाहते हैं, लेकिन वो बार-बार नाकामयाब हो जाते हैं. और अब उन्होंने फिर से 'तेज सेना' के नाम पर पार्टी से इतर एक संगठन बनाने के ऐलान कर आरजेडी के लिए परेशानियां बढ़ा दी है.
'खुद को बताया दूसरा लालू'
सीट नहीं दिए जाने से नाराज तेज प्रताप यादव ने लोकसभा चुनाव के समय अपनी खुद की पार्टी लालू-राबड़ी मोर्चा खोलने का ऐलान किया था. साथ ही खुद को बिहार का दूसरा लालू भी बताया था. हालांकि इन सब घटनाओं के बाद आरजेडी ने फिलहाल उनसे दूरी बना ली है.