पटना: आरजेडी (RJD) के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का नाम शामिल नहीं है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से पार्टी में तेज प्रताप को लेकर जो विवाद चल रहा है, उसे लेकर पार्टी अब आगे कोई परेशानी नहीं होने देना चाहती. यही वजह है कि जो लिस्ट चुनाव आयोग (Election Commission) को भेजी गई है, उसमें तेज प्रताप का नाम ही नहीं है. सिर्फ यही नहीं, पार्टी ने राबड़ी देवी (Rabri Devi) और मीसा भारती (Misa Bharti) को भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया है. इसके साथ साथ हाल ही में तेज प्रताप यादव पर विवादित बयान देने वाले शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) को भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर रखा गया है.
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ईटीवी भारत को जो लिस्ट मिली है, उसके मुताबिक पहले नंबर पर लालू यादव का नाम है. जिससे इस बात की संभावना ज्यादा दिख रही है कि लालू यादव (Lalu Yadav) का स्वास्थ्य अगर सही रहा तो वे चुनाव प्रचार के लिए तारापुर और कुशेश्वरस्थान (Tarapur and Kusheshwarsthan) जाएंगे. दूसरे नंबर पर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का नाम है. इसके अलावा अब्दुल बारी सिद्दीकी, जयप्रकाश नारायण यादव, उदय नारायण चौधरी, श्याम रजक, भोला यादव, वृषण पटेल, ललित कुमार यादव, मनोज झा, तनवीर हसन, आलोक कुमार मेहता, शिवचंद्र राम, अनिल कुमार साहनी, लवली आनंद, चंद्रहास चौपाल, भरत बिंद, भरत मंडल, रामवृक्ष सदा और अनिल कुमार साधु का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल है.
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा की 2 सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. तारापुर और कुशेश्वरस्थान में होने वाले उपचुनाव के लिए महागठबंधन से राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने अपने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. इसके अलावा एनडीए की ओर से जेडीयू ने दोनों सीटों पर उम्मीदवार खड़ा किया है. इधर चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) ने भी दोनों जगह पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
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हालांकि आरजेडी की ओर से स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तेजप्रताप यादव को जगह नहीं देने की कोई वजह नहीं बताई गई है लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह से हाल के कुछ दिनों में तेजप्रताप ने अपने बयानों से पार्टी के लिए परेशानी खड़ी की थी, उसको देखते हुए उन्हें इस जिम्मेदारी से दूर रखा गया है. पार्टी को डर है कि चुनाव प्रचार के दौरान भी तेजप्रताप कोई ऐसी बातें सार्वजनिक तौर पर न कह दें, जिससे पार्टी की किरकिरी हो जाए. याद होगा कि पहले जगदानंद सिंह, फिर तेजस्वी और कुछ दिन पहले लालू के बंधन बनाने को लेकर उन्होंने बयान दिया था, जिससे पार्टी में उनके खिलाफ नाराजगी है.
वहीं, एक दिन पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तेजप्रताप के आरजेडी में नहीं होने और स्वत: निष्कासित होने का बयान दिया था. जिसके कारण तेजप्रताप और शिवानंद तिवारी में विवाद बढ़ सकता है. लिहाजा पार्टी ने तेजप्रताप के साथ-साथ शिवानंद को भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट से अलग रखा है.