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बंगाल में मॉब लिंचिंग के शिकार थानेदार की मां ने भी तोड़ा दम, भगौड़े पुलिसकर्मी सस्पेंड

मॉब लिंचिंग के दौरान शहीद हुए बिहार के किशनगंज के पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की मां का भी निधन हो गया है. अश्विनी कुमार की मां उर्मिला देवी 70 वर्ष की बुजुर्ग थीं.

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Published : Apr 11, 2021, 9:43 AM IST

Updated : Apr 11, 2021, 12:30 PM IST

Kishanganj SHO murder case
Kishanganj SHO murder case

किशनगंजः पश्चिम बंगाल में मॉब लिंचिंग के दौरान शहीद हुए बिहार के किशनगंज के पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की मां का भी निधन हो गया है. अश्विनी कुमार की मां उर्मिला देवी 70 वर्ष की बुजुर्ग थी. रविवार की सुबह जैसे ही उन्होंने अपने बेटे के शहीद होने की खबर सुनी वो यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उनके घर पूर्णिया जिला के जानकीनगर थाना के पांचों मंडल टोला में उनका निधन हो गया.

वहीं, इस मामले में एसपी किशनगंज कुमार आशीष की अनुशंसा पर IG पूर्णिया द्वारा मौका-ए-वारदात से भागकर अपनी जान बचाने वाले सर्किल इंस्पेक्टर समेत पूरे पुलिस दल को कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया है.

परिजन उनको बेटे की मौत की सूचना नहीं दे रहे थे लेकिन जैसे ही उन्हें यह सूचना मिली कि वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई. अब एक ही घर से शहीद और उनके मां दोनों की अर्थी एक साथ निकलने वाली है. आज यानी रविवार को करीब 2 बजे गांव में ही दोनों का अंतिम संस्कार होगा. इस घटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. हर कोई शहीद दरोगा के बहादुरी कर्तव्यनिष्ठा और इमानदारी की प्रशंसा कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, वह अपने बेटे के मारे जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकीं. जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली, वह इस बात को सहन नहीं कर सकीं, बताया जा रहा है कि उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: कटिहार: शराब के धंधेबाजों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, ASI समेत तीन महिला पुलिसकर्मी जख्मी

परिजनों का आरोप है कि किशनगंज सदर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार पूरी टीम के साथ आरोपी को पकड़ने गए थे. ऐसे में टीम के अन्य सभी सदस्य सकुशल वापस आ गए और उनकी हत्या कर दी गई. परिजनों का कहना है कि छापेमारी में गए अन्य अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के फोन के कॉल डिटेल निकाले जाएं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो.

ये भी पढ़ें: किशनगंज SHO हत्याकांडः भाई ने कहा- 'हुई है साजिश, टीम में साथ गए पुलिसकर्मियों का खंगाला जाए कॉल डिटेल'
बता दें कि बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि पूर्णिया के पुलिस महानिरीक्षक और किशनगंज के पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर तत्काल पहुंचे और मामले की जांच की. उन्होंने बताया कि बिहार के पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल खुद पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक से बात की है. उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, उन्हें सजा दिलाई जाएगी.

क्या है पूरा मामला
किशनगंज सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के पांतापाड़ा गांव में एक चोरी के मामले में शनिवार सुबह आरोपी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें किशनगंज के थाना प्रभारी अश्विनी कुमार की मौत हो गई. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

किशनगंजः पश्चिम बंगाल में मॉब लिंचिंग के दौरान शहीद हुए बिहार के किशनगंज के पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की मां का भी निधन हो गया है. अश्विनी कुमार की मां उर्मिला देवी 70 वर्ष की बुजुर्ग थी. रविवार की सुबह जैसे ही उन्होंने अपने बेटे के शहीद होने की खबर सुनी वो यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उनके घर पूर्णिया जिला के जानकीनगर थाना के पांचों मंडल टोला में उनका निधन हो गया.

वहीं, इस मामले में एसपी किशनगंज कुमार आशीष की अनुशंसा पर IG पूर्णिया द्वारा मौका-ए-वारदात से भागकर अपनी जान बचाने वाले सर्किल इंस्पेक्टर समेत पूरे पुलिस दल को कर्तव्यहीनता के आरोप में निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया है.

परिजन उनको बेटे की मौत की सूचना नहीं दे रहे थे लेकिन जैसे ही उन्हें यह सूचना मिली कि वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई. अब एक ही घर से शहीद और उनके मां दोनों की अर्थी एक साथ निकलने वाली है. आज यानी रविवार को करीब 2 बजे गांव में ही दोनों का अंतिम संस्कार होगा. इस घटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. हर कोई शहीद दरोगा के बहादुरी कर्तव्यनिष्ठा और इमानदारी की प्रशंसा कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, वह अपने बेटे के मारे जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकीं. जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली, वह इस बात को सहन नहीं कर सकीं, बताया जा रहा है कि उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: कटिहार: शराब के धंधेबाजों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, ASI समेत तीन महिला पुलिसकर्मी जख्मी

परिजनों का आरोप है कि किशनगंज सदर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार पूरी टीम के साथ आरोपी को पकड़ने गए थे. ऐसे में टीम के अन्य सभी सदस्य सकुशल वापस आ गए और उनकी हत्या कर दी गई. परिजनों का कहना है कि छापेमारी में गए अन्य अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के फोन के कॉल डिटेल निकाले जाएं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो.

ये भी पढ़ें: किशनगंज SHO हत्याकांडः भाई ने कहा- 'हुई है साजिश, टीम में साथ गए पुलिसकर्मियों का खंगाला जाए कॉल डिटेल'
बता दें कि बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि पूर्णिया के पुलिस महानिरीक्षक और किशनगंज के पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर तत्काल पहुंचे और मामले की जांच की. उन्होंने बताया कि बिहार के पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल खुद पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक से बात की है. उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, उन्हें सजा दिलाई जाएगी.

क्या है पूरा मामला
किशनगंज सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के पांतापाड़ा गांव में एक चोरी के मामले में शनिवार सुबह आरोपी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें किशनगंज के थाना प्रभारी अश्विनी कुमार की मौत हो गई. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

Last Updated : Apr 11, 2021, 12:30 PM IST
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