पटना: पटना के बापू सभागार में आज राष्ट्रपति के हाथों चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत हो गई. 2028 तक के लिए इस कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से कहा कि आप तो घूमते ही रहते हैं. आप भी कृषि रोड मैप का काम देखिए और कुछ लगे तो संबंधित विभाग को बताइए.
मुख्यमंत्री ने दी राज्यपाल को सलाह: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आपको भले ही केंद्र ने नियुक्त किया है, लेकिन हम सब का सम्मान करते हैं. मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति की मौजूदगी में कहा कि आप कीजिएगा ना और आश्वासन ले लिया. इस दौरान नीतीश यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि राज्यपाल भी बिहार का दौरा करते रहते हैं. मेरा बतवा मानिएगा न.
"आप तो फील्ड में जाते ही हैं. फील्ड में जाइये और कृषि रोड मैप का काम ठीक से हो रहा है कि नहीं देखें. हम आपकी काफी इज्जत करते हैं. आप विभिन्न क्षेत्रों में जाइए और तमाम बातों को देखिए."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
राज्यपाल ने दिया जवाब: सीएम नीतीश के बाद राज्यपाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने मंच से ही नीतीश कुमार को जवाब दे डाला. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि किसान जागरूक नहीं होंगे और अगर वे जागरूक नहीं होंगे तो सारी योजना कागज पर ही रह जाएगी. कार्यक्रम को आम लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाना चाहिए.
"हमारे प्रधानमंत्री हमेशा कहते हैं कि किसानों की आय दोगुनी होनी चाहिए. इसपर हमें ध्यान देने की जरूरत है. आय दोगुनी करने के लिए फसल योजना में नई तकनीक सीखने की जरूरत है. तब किसान भाईयों को जानकारी होगी कि कैसे आय बढ़ा सकते हैं."- राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, राज्यपाल, बिहार
कृषि सलाहकार की सीएम ने की प्रशंसा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कृषि सलाहकार मंगला राय को हॉल में ढूंढने लगे. फिर राष्ट्रपति के सामने खड़ा होने के लिए कहा. बोले खड़ा होइए और सब से पहचान करवाई. मुख्यमंत्री ने कहा कि इनका भी स्वागत कीजिए. इन्हीं को हम लगाए हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के रहने वाले हैं तो यूपी बिहार के बगले में ना है. बिहार और यूपी एक ही ना है.