पटनाः बिहार विधानसभा सत्र से विधायक लखींद्र पासवान (BPJ MLA Lakhindra Paswan) को निष्कासित करने के बाद से सियासत गर्म है. भाजपा नेता लगातार इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा नेता तार किशोर प्रसाद ने इस तरह की कार्रवाई को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि यह सदन के नियम के विरुद्ध है. इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटना हुई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं है. लखींद्र पासवान के साथ जो कार्रवाई की गई है, वह अनुचित है.
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पहले भी कई बार हुई घटनाः सिर्फ माइक का उपरी हिस्सा खुले जाने के कारण उन्हें निलंबित किया गया. माननीय अध्यक्ष ने सरकार के प्रस्ताव पर निलंबित करने की कार्रवाई की, यह सर्वथा अनुचित है. मैं भी लंबे वक्त से बिहार विधानसभा का सदस्य रहा हूं. पहले इससे भी बड़ी बड़ी घटनाएं हुईं है. जिस समय हमलोग सरकार में थे उस समय, जो अभी वर्तमान की सरकार में मंत्री है, उन्होंने किस प्रकार से अध्यक्ष के आसन पर चढ़कर तांडव किया था. कई चीजों को तोड़ने का भी काम किया था. लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई.
सरकार को बिहार की चिंता नहींः आज एक छोटी सी घटना पर जिस प्रकार से लखींद्र पासवान को निलंबित किया गया है, वह अनुचित है. जो बजट सत्र है, उसमें सरकार को सिर्फ धन विधेयक पारित करना ही मात्र उद्देश्य नहीं है. जो बिहार की समस्याएं है, वह कहीं न कहीं सदन के अंदर दिखेगी ही, लेकिन सरकार को इन चीजों से कोई मतलब नहीं है. वर्तमान सरकार का जनता के प्रति जो प्रतिबद्धता है, वह खो गई है. मुख्यमंत्री को बिहार की चिंता नहीं है. सदन के नियम का दुरुपयोग किया गया है. यह सरासर गलत है.
"सदन के अंदर इस तरह की कार्रवाई अनुचित है. सरकार के प्रस्ताव पर इस तरह की कार्रवाई की गई है. सरकार को बिहार की समस्या से कोई मतलब नहीं है. सिर्फ एक माइक खुल जाने से किसी को निलंबित नहीं किया जा सकता है. इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटना हुई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है." - तार किशोर प्रसाद, पूर्व डिप्टी सीएम, बिहार