पटनाः प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी है और दिन में हल्की धूप रह रही है तो रात में अचानक तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है. दिन और रात के तापमान में अंतर काफी ज्यादा रह रहा है. इस वजह से वायरल बीमारियों के लिए डॉक्टर इस समय को सबसे खतरनाक मानते हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि अभी के समय सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत काफी ज्यादा आते हैं और यह आ भी रहे हैं. ऐसे में लोगों को इस बात से भयभीत होने की जरूरत नहीं है कि उनको जो सर्दी खांसी हुई है वह कोरोना के लक्षण हैं.
तपमान में हो रहा है काफी बदलाव
आईजीआईएमएस के सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि तापमान में अभी के समय काफी फ्लकचुएशन देखने को मिल रहा है और दिन में जब हल्की धूप निकल रही है तो तापमान बढ़ रहा है. मगर जैसे-जैसे रात आ रही है. तापमान में काफी गिरावट देखने को मिल रहा है. इस समय में लोगों में सर्दी खांसी और हल्के बुखार के लक्षण काफी मिल रहे हैं. लोग भयभीत हो जा रहे हैं कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया.
'लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है, यह डेंगू और नॉर्मल इन्फ्लूएंजा भी हो सकता है. अगर किसी को सर्दी खांसी है तो यह हो सकता है कि उसे कोरोना, डेंगू या फिर नॉर्मल इन्फ्लूएंजा हो. सर्दी खांसी के साथ अगर बुखार है तो बुखार के पैटर्न को देखने की जरूरत है. अगर बुखार 100-102 है तो यह डेंगू के सिम्टम्स है. अगर सर्दी खांसी के साथ बुखार 98 से 100 के बीच है तो यह कोरोना के लक्षण है'- डॉ मनीष मंडल, आईजीआईएमएस सुपरिटेंडेंट
'मास्क लगाकर नाक और मुंह ढका रखें'
सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि यह मौसम खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी खतरनाक है. ऐसे में उन्हें ठंड से विशेष बचाव रखना चाहिए. नाक, मुंह और कान से शरीर में ठंडी हवा जाती है इसलिए चेहरे पर मास्क लगाकर रहे. इससे नाक और मुंह ढका रहेगा.
इसके अलावा कान को गर्म कपड़े से बांध कर रखें और मस्तिष्क को भी टोपी और अन्य गर्म कपड़ों से ढक कर रखें. उन्होंने कहा कि अगर इतनी सावधानी बरती जाती है तो निश्चित रूप से ठंड से आसानी से बचा जा सकता है और कोरोना से भी.