पटना: जिले में स्वाईन फ्लू ने एक बार फिर दस्तक दिया है. बीते दो दिन पहले नौबतपुर के एक मरीज की मौत स्वाइन फ्लू के कारण हुई. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर से अलर्ट जारी किया है. लेकिन, इन सब के बीच सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में स्वाइन फ्लू जांच की मशीन नदारद है.
इसके अलावा जांच में प्रयोग किए जाने वाले रासायनिक केमिकल्स का भी अभाव है. इस कारण पीएमसीएच स्थित वायरोलॉजी लैब में स्वास्थ्य कर्मियों को जांच करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. वहीं, मरीजों के बीच भी इस जांच को लेकर परेशानी बढ़ गई है.
रियल टाइम पीसीआर मशीन नहीं होने से बढ़ी परेशानी
दरअसल बताया जाता है कि रियल टाइम पीसीआर मशीन से स्वाइन फ्लू एवं वर्ड फ्लू जैसे संक्रमित बीमारी की जांच की जाती है. वायरोलॉजी लैब के प्रभारी सच्चिदानंद कुमार ने बताया कि सरकार को इस को लेकर कई बार पत्र लिखा गया है. पीएमसीएच में रियल टाइम पीसीआर मशीन नहीं रहने से परेशानी ज्यादा हो रही है. वायरोलॉजी लैब में 28 प्रकार की जांच की जाती है. जिसमें रियल टाइम पीसीआर मशीन होने से सभी जांचों में आसानी होती है. लेकिन, स्वाइन फ्लू की जांच मशीन नहीं होने के कारण मरीज के ब्लड सैंपल को एमआरआई भेजना पड़ता है. जिसकी जांच रिपोर्ट आने में 3 दिन से भी ज्यादा का वक्त लग जाता है.
विभाग का रवैया उदासीन है
रिपोर्ट में देरी के कारण स्वाइन फ्लू का इलाज शुरू करने में देरी होती है और मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ता है. लैब प्रभारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इस बाबत पत्र लिखा गया है. लेकिन, अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. ज्ञात हो कि पीएमसीएच में रोजाना राज्य भर के हजारों मरीज आते हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार की जांच के लिए वायरोलॉजी लैब भेजा जाता है. ऐसे में मशीन नहीं होने से काफी कठिनाई होती है.