पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार राजनीतिक फायदे के लिए कानून में संशोधन कर आनंद मोहन सिंह के साथ अन्य 26 लोगों को रिहा कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आनंद मोहन की आड़ में अपने 26 लोगों को चुनाव में फायदा लेने के लिए बूथ कैप्चरिंग करवाने के लिए रिहा करवाया है. हम इस फैसले का विरोध करते हैं. इस तरह दुर्दांत अपराधियों को छोड़ा जाना गलत है.
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आनंद मोहन की रिहाई का विरोध: सुशील मोदी ने कहा कि जिन 27 कैदियों को छोड़ा जा रहा है, उनमें से कई लोग दुर्दांत अपराधी हैं. जिन पर कई लोगों की हत्या का आरोप है. सीएम पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी अधिकारी की हत्या की, वैसे लोगों को आप छोड़ रहे हैं. जिस कारण से सरकारी कर्मचारी डर और भय में छोड़ रहे हैं. सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए.
लोकसभा चुनाव में लाभ के लिए फैसला: बीजेपी सांसद ने दावा किया है कि नीतीश कुमार ने ये फैसला आगामा लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया है. हालांकि चुनाव पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन सरकार की मंशा यही है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव सहित तमाम लोगों को यह बताना चाहिये कि सरकार का यह निर्णय कहां से सही है.
"हमलोगों ने कभी नहीं कहा कि 27 लोगों को रिहा किया जाए लेकिन आपने एक व्यक्ति की आड़ में अपने 27 समर्थकों को रिहा कर दिया. ये तो छोड़ने का एक मात्र मकसद है लोकसभा चुनाव. हालांकि चुनाव पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन मंशा उनकी यही है. कानून में संशोधन कर दुर्दांत अपराधी को छोड़ा जाना यह जन विरोधी और दलित विरोधी फैसला है. जिन लोगों ने सरकारी अधिकारी की हत्या की, वैसे लोगों को आप छोड़ रहे हैं. जिस कारण से सरकारी कर्मचारी डर और भय में छोड़ रहे हैं"- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी