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पटना हाईकोर्ट में सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की हुई सुनवाई

मुंबई के लॉ के अंतिम वर्ष के एक छात्र दिवेंद्र देवतादीन दुबे ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच सही से कराने को लेकर याचिका दायर की है. इस याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई की. मामले पर अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी. पढ़ें पूरी खबर..

Patna High Court
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Published : Sep 6, 2021, 7:16 PM IST

पटना: पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की हत्या की जांच सही ढंग से कराने की याचिका पर सुनवाई हुई. पटना हाईकोर्ट ने एडिशनल सोलिटर जेनरल और एडवोकेट जेनरल को सुनवाई की योग्यता पर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया.

यह भी पढ़ें - बिहार में जजों की कमी के चलते न्याय मिलने में देरी, 25 लाख से ज्यादा केस पेंडिंग

चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मुंबई के अंतिम वर्ष के लॉ के छात्र देविंदर देवतादीन दुबे की याचिका पर सुनवाई की. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने किसी को नोटिस जारी करने से मना कर दिया था. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि मामले की सुनवाई लंबित होने के दौरान भी विभागीय कार्रवाई पर किसी तरह की रोक नहीं होगी.

इस याचिका में कहा गया कि सीबीआई सुशांत के उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में संदेहास्पद मौत की जांच कर रही हैं. यदि पटना हाईकोर्ट के सीबीआई की जांच को संतोषजनक नहीं पाती हैं, तो कोर्ट सीबीआई के निर्देशक और केंद्र सरकार को निर्देश दे. इसमें अनुरोध किया गया है कि कोर्ट जांच कर रही सीबीआई के अधिकारियों को बदल कर वरीय अधिकारियों की नई सीबीआई की टीम को इस मामले की सुनवाई का जिम्मा सौंपा जाए.

साथ ही इस याचिका में मांग की गई कि हाईकोर्ट इस मामले की स्वयं निगरानी करते हुए सीबीआई को सम- समय पर कोर्ट में प्रगति रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया जाए, ताकि जांच जल्द पूरा हो और दोषियों को सजा मिल सके. याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कहा कि सुशांत की संदेहास्पद मौत उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में हुई. लेकिन मुंबई पुलिस ने 45 दिनों तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की. इस मामले में बहुत से लोग संदेह के घेरे में थे. लेकिन जांच में विलंब होने से साक्ष्यों को मिटाने का मौका मिल गया.

सुशांत के पिता कृष्ण किशोर सिंह (Krishna Kishore Singh) ने पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई 2020 को प्राथमिकी दर्ज कराई. इसके बाद मामले को सीबीआई को स्थानांतरित किया गया था. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है. इस मामले पर अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी.

बता दें कि बीते साल 14 जून को सुशांत का शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था. ये बड़ी संभावनाओं वाले एक प्रतिभाशाली कलाकार का दुखद अंत था. इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था. सुशांत ने काफी कम समय में देश और दुनिया में जो जगह बनाई थी, वह हर किसी के बस की बात नहीं है.

हालांकि, सुशांत को जानने वाले जितने भी लोग हैं कोई भी उनकी मौत को आत्महत्या मानने को तैयार नहीं है. कई जांच एजेंसियां जांच भी कर रही हैं. सभी को इंतजार है कि कब सच्चाई सामने आएगी और उनकी मौत के राज से पर्दा उठेगा.

यह भी पढ़ें - सुशांत मौत मामला: निचली अदालत के फैसले को पटना हाईकोर्ट में दी गई चुनौती

पटना: पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की हत्या की जांच सही ढंग से कराने की याचिका पर सुनवाई हुई. पटना हाईकोर्ट ने एडिशनल सोलिटर जेनरल और एडवोकेट जेनरल को सुनवाई की योग्यता पर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया.

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चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मुंबई के अंतिम वर्ष के लॉ के छात्र देविंदर देवतादीन दुबे की याचिका पर सुनवाई की. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने किसी को नोटिस जारी करने से मना कर दिया था. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि मामले की सुनवाई लंबित होने के दौरान भी विभागीय कार्रवाई पर किसी तरह की रोक नहीं होगी.

इस याचिका में कहा गया कि सीबीआई सुशांत के उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में संदेहास्पद मौत की जांच कर रही हैं. यदि पटना हाईकोर्ट के सीबीआई की जांच को संतोषजनक नहीं पाती हैं, तो कोर्ट सीबीआई के निर्देशक और केंद्र सरकार को निर्देश दे. इसमें अनुरोध किया गया है कि कोर्ट जांच कर रही सीबीआई के अधिकारियों को बदल कर वरीय अधिकारियों की नई सीबीआई की टीम को इस मामले की सुनवाई का जिम्मा सौंपा जाए.

साथ ही इस याचिका में मांग की गई कि हाईकोर्ट इस मामले की स्वयं निगरानी करते हुए सीबीआई को सम- समय पर कोर्ट में प्रगति रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया जाए, ताकि जांच जल्द पूरा हो और दोषियों को सजा मिल सके. याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कहा कि सुशांत की संदेहास्पद मौत उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में हुई. लेकिन मुंबई पुलिस ने 45 दिनों तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की. इस मामले में बहुत से लोग संदेह के घेरे में थे. लेकिन जांच में विलंब होने से साक्ष्यों को मिटाने का मौका मिल गया.

सुशांत के पिता कृष्ण किशोर सिंह (Krishna Kishore Singh) ने पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई 2020 को प्राथमिकी दर्ज कराई. इसके बाद मामले को सीबीआई को स्थानांतरित किया गया था. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है. इस मामले पर अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी.

बता दें कि बीते साल 14 जून को सुशांत का शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था. ये बड़ी संभावनाओं वाले एक प्रतिभाशाली कलाकार का दुखद अंत था. इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था. सुशांत ने काफी कम समय में देश और दुनिया में जो जगह बनाई थी, वह हर किसी के बस की बात नहीं है.

हालांकि, सुशांत को जानने वाले जितने भी लोग हैं कोई भी उनकी मौत को आत्महत्या मानने को तैयार नहीं है. कई जांच एजेंसियां जांच भी कर रही हैं. सभी को इंतजार है कि कब सच्चाई सामने आएगी और उनकी मौत के राज से पर्दा उठेगा.

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