पटना: केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने 1 लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले 382 शहरों की स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है. इसमें टॉप 10 गंदे शहरों में बिहार के 6 शहर शामिल हैं. इसको लेकर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन की वजह से समय पर काम पूरा नहीं हुआ. ये रिपोर्ट पिछले साल अप्रैल 2019 से दिसंबर 2019 तक का है.
सुरेश शर्मा ने कहा कि पहले लोगों को समझना होगा कि ये सर्वे रिपोर्ट जो जारी किया गया है, वो दरअसल पिछले साल अप्रैल 2019 से दिसंबर 2019 तक का रिपोर्ट है. लेकिन इस रिपोर्ट में भी पहले की अपेक्षा अब बहुत सुधार किए गए हैं. लेकिन पटना में अभी बहुत काम करना बाकी है. कोरोना संक्रमण के वजह मार्च से ही लॉकडाउन लागू हो गया, जिस वजह से कुछ काम अधूरे रह गए. पिछले साल पटना में भीषण जलजमाव हो गया था, जिसकी वजह से लोगों का जीना दूभर था. लेकिन इस साल जलजमाव न हो. इस पर ज्यादा काम किया गया था.
'स्वच्छता सर्वेक्षण में आगे बढ़ेगा'
नगर विकास मंत्री ने कहा कि हम लोग नाला निर्माण और नाले की सफाई में जुटे हुए थे. जिस वजह से देश में सफाई के मामले में परफॉर्मेंस खराब रहा. लेकिन हम लोग कोशिश में हैं. इसको लेकर कई तरह के उपाय भी किए जा रहे हैं. कचरे के निष्पादन से लेकर सफाई पर ज्यादा फोकस है. एक साल के अन्दर पटना स्वच्छता सर्वेक्षण में आगे बढ़ेगा और बेहतर अंक मिलेंगे. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के तीखे आरोप पर नगर विकास मंत्री ने कहा कि उनके सवालों से हम लोग घबराने वाले नहीं हैं, हमें जहां पहुंचना है. वहां हम तेजी से पहुचेंगे. पटना स्वच्छ और साफ सफाई के मामले मे अन्य शहरों से बेहतर रहेगा.