पटना: कोरोना वायरस से उपजे विपरीत हालात में मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में सहायता लगातार राशि दी जा रही है. एक ओर जहां सत्ता पक्ष के सभी मंत्री, विधायक और विधान पार्षदों ने अपने एक माह का वेतन दिया है. वहीं, विपक्ष के नेता भी इसमें पीछे नहीं हैं. कई पूर्व जनप्रतिनिधियों ने भी इस महामारी से लड़ने के लिए सीएम रिलीफ फंड में सहायता राशि दी है. इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के साले और पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष प्रसाद यादव ने इस फंड में एक लाख रुपये की सहायता राशि दी है.
'अपनी हैसियत के हिसाब से मदद करें'
सुभाष प्रसाद ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण बिहार और भारत में ही नहीं पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है. इस संकट की घड़ी में हर किसी को अपनी हैसियत के हिसाब से मदद करनी चाहिए. उन्होंने इस महामारी से लड़ने के लिए सीएम नीतीश के कार्यों की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि मैं अपने निजी फंड से इस महामारी से लड़ने के लिए 1 लाख दे रहा हूं. जिसे दवा और जरूरतमंदों की सहायता में इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होंने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि जिसकी जितनी शक्ति है वह उतनी भक्ति जरूर करें. यानी हर कोई अपनी शक्ति के अनुसार इस महामारी से निपटने में सरकार की सहायता करें और मदद के लिए आगे आएं.
मदद में जुटी है राज्य सरकार
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनता दल के तमाम विधान सभा और विधान परिषद के सदस्यों ने भी अपने-अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में दिया है. इसके अलावा कई सामाजिक संगठन और सरकारी संस्थानों की ओर से भी इस रिलीफ फंड में सहायता राशि दी जा रही है. इस संकट की घड़ी में बिहार सरकार राज्य की जनता ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में रहने वाले बिहार वासियों के लिए भी कई तरह की मदद मुहैया कराने में जुटी है. जिसके लिए सीएम रिलीफ फंड का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में लोगों को मदद के लिए आगे आने की जरूरत है.