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BHU छात्र ने CM नीतीश को लिखा पत्र, प्रवेश परीक्षा पर रोक लगाने की मांग - नीरज राय ने नीतीश कुमार को लिखा पत्र

बीएचयू के छात्र नीरज राय ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. उन्होंने इसके जरिये बीएचयू में प्रवेश परीक्षा पर रोक लगाने की अपील की है.

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बीएचयू के छात्र ने लिखा पत्र
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Published : Aug 19, 2020, 10:44 PM IST

पटना/वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र प्रवेश परीक्षा निरस्त कराने की मांग को लेकर 13 अगस्त से सत्याग्रह पर बैठा है. वैश्विक महामारी की वजह से सभी शिक्षण संस्थान बंद है. भारत में भी आईआईटी जैसे संस्थानों ने दिसंबर तक नियमित कक्षाएं टाल दी है. नए सत्र की परीक्षा में अभी विलंब है. ऐसे में बीएचयू प्रवेश परीक्षा करा कर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी छात्र बीएचयू में पढ़ने आते हैं. ऐसे में बिहार से छात्र भी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. बीएचयू के छात्र नीरज राय ने बिहार के मुख्यमंत्री को इस संदर्भ में पत्र लिखा है.

patna
बीएचयू के छात्र ने लिखा पत्र
इस प्रकार है पत्र
मैं नीरज राय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में परास्नातक का छात्र हूं. महामारी के दौर में प्रवेश परीक्षाएं कराने के विरोध में 13 अगस्त 2020 से बीएचयू परिसर में सत्याग्रह कर रहा हूं. छात्रों की समस्याओं की तरफ से शासन-प्रशासन का ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहा हूं. लेकिन सभी समस्याओं को नजरअंदाज करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन महामारी के बीच परीक्षाएं आयोजित कर आ रहा है.

कोरोना का कहर जारी
कोरोना महामारी का कहर पूरे विश्व पर जारी है. भारत में संक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं. बिहार राज्य में संक्रमण का आंकड़ा एक लाख के पार हो गया है. इसके साथ ही बिहार कोरोना वायरस के एक लाख आंकड़े को पार करने वाला देश का आठवां राज्य बन गया है. बिहार पर ना सिर्फ महामारी आपदा है. बल्कि बाढ़ दोहरी आपदा बनकर आई है.

25 लोगों की मौत
बिहार के 16 जिले बाढ़ की चपेट में है. अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है. 70 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण जिले बाढ़ से प्रभावित है.

6 सितंबर तक लॉकडाउन
पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा जिले की आबादी भी बाढ़ से प्रभावित है. इसके अलावा अन्य जिले आंशिक रूप से हैं. बिहार की गंभीर स्थिति को देखते हुए 6 सितंबर तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है.

बिहार से आते हैं लाखों छात्र
बिहार राज्य के लाखों छात्र बीएचयू में प्रवेश परीक्षा में शामिल होते हैं. हजारों की संख्या में पढ़ने आते हैं. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री होने के नाते आपको यह पत्र लिखते हुए आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि परीक्षा में संक्रमण और परीक्षार्थियों के आवागमन से जुड़े स्वास्थ्य संबंधित खतरों को न्यूनतम स्तर पर ले गए बिना प्रवेश परीक्षा शुरू करना लाखों छात्रों के साथ अन्याय है.

परीक्षा पर रोक लगाने की मांग
प्रवेश परीक्षा में शामिल ना हो पाने से छात्रों को शिक्षा के अधिकार प्राप्त करने और अवसर की समानता संवैधानिक मूल्यों पर भी चोट पहुंचेगी. जो अनुचित है. अतः आपसे निवेदन है कि उपरोक्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के किसी भी प्रकार की परीक्षा आयोजित ना कराई जाए. साथ ही आप राज्य के छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार से महामारी के दौरान परीक्षा ना कराने की मांग करें.


6 दिनों से सत्याग्रह पर छात्र
पिछले 6 दिनों से प्रवेश परीक्षा निरस्त कराने के लिए सत्याग्रह पर बैठे छात्र नीरज ने बिहार के सीएम तक को पत्र लिख दिया. देखना यह है कि उत्तर प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र की बातों को सुनती है या पहले की तरह अनसुना कर देती है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी गई है और वह परीक्षा कराने को तैयार हैं.

पटना/वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र प्रवेश परीक्षा निरस्त कराने की मांग को लेकर 13 अगस्त से सत्याग्रह पर बैठा है. वैश्विक महामारी की वजह से सभी शिक्षण संस्थान बंद है. भारत में भी आईआईटी जैसे संस्थानों ने दिसंबर तक नियमित कक्षाएं टाल दी है. नए सत्र की परीक्षा में अभी विलंब है. ऐसे में बीएचयू प्रवेश परीक्षा करा कर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी छात्र बीएचयू में पढ़ने आते हैं. ऐसे में बिहार से छात्र भी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. बीएचयू के छात्र नीरज राय ने बिहार के मुख्यमंत्री को इस संदर्भ में पत्र लिखा है.

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बीएचयू के छात्र ने लिखा पत्र
इस प्रकार है पत्रमैं नीरज राय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में परास्नातक का छात्र हूं. महामारी के दौर में प्रवेश परीक्षाएं कराने के विरोध में 13 अगस्त 2020 से बीएचयू परिसर में सत्याग्रह कर रहा हूं. छात्रों की समस्याओं की तरफ से शासन-प्रशासन का ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहा हूं. लेकिन सभी समस्याओं को नजरअंदाज करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन महामारी के बीच परीक्षाएं आयोजित कर आ रहा है.

कोरोना का कहर जारी
कोरोना महामारी का कहर पूरे विश्व पर जारी है. भारत में संक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं. बिहार राज्य में संक्रमण का आंकड़ा एक लाख के पार हो गया है. इसके साथ ही बिहार कोरोना वायरस के एक लाख आंकड़े को पार करने वाला देश का आठवां राज्य बन गया है. बिहार पर ना सिर्फ महामारी आपदा है. बल्कि बाढ़ दोहरी आपदा बनकर आई है.

25 लोगों की मौत
बिहार के 16 जिले बाढ़ की चपेट में है. अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है. 70 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण जिले बाढ़ से प्रभावित है.

6 सितंबर तक लॉकडाउन
पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा जिले की आबादी भी बाढ़ से प्रभावित है. इसके अलावा अन्य जिले आंशिक रूप से हैं. बिहार की गंभीर स्थिति को देखते हुए 6 सितंबर तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है.

बिहार से आते हैं लाखों छात्र
बिहार राज्य के लाखों छात्र बीएचयू में प्रवेश परीक्षा में शामिल होते हैं. हजारों की संख्या में पढ़ने आते हैं. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री होने के नाते आपको यह पत्र लिखते हुए आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि परीक्षा में संक्रमण और परीक्षार्थियों के आवागमन से जुड़े स्वास्थ्य संबंधित खतरों को न्यूनतम स्तर पर ले गए बिना प्रवेश परीक्षा शुरू करना लाखों छात्रों के साथ अन्याय है.

परीक्षा पर रोक लगाने की मांग
प्रवेश परीक्षा में शामिल ना हो पाने से छात्रों को शिक्षा के अधिकार प्राप्त करने और अवसर की समानता संवैधानिक मूल्यों पर भी चोट पहुंचेगी. जो अनुचित है. अतः आपसे निवेदन है कि उपरोक्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के किसी भी प्रकार की परीक्षा आयोजित ना कराई जाए. साथ ही आप राज्य के छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार से महामारी के दौरान परीक्षा ना कराने की मांग करें.


6 दिनों से सत्याग्रह पर छात्र
पिछले 6 दिनों से प्रवेश परीक्षा निरस्त कराने के लिए सत्याग्रह पर बैठे छात्र नीरज ने बिहार के सीएम तक को पत्र लिख दिया. देखना यह है कि उत्तर प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र की बातों को सुनती है या पहले की तरह अनसुना कर देती है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी गई है और वह परीक्षा कराने को तैयार हैं.

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