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छात्र ने CM से पूछा- नौकरी नहीं दे पायेंगे इसीलिए B. Ed. वालों को नहीं देते स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड ? - स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड

पांच साल बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार का दरबार लगा है. इसमें वे जनता से रूबरू हो रहे हैं. इस दौरान सोमवार को एक छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से संबंधित अपनी फरियाद लेकर पहुंचा. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Sep 13, 2021, 11:53 AM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) 'जनता दरबार' (Janta Darbar) के माध्यम से पांच साल बाद फिर लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. सोमवार को इस जनता दरबार में आये एक छात्र ने मुख्यमंत्री से बीएड के छात्रों के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (Student Credit Card) से संबंधित सवाल पूछा.

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उस छात्र ने मुख्यमंत्री से पूछा कि पॉलिटेक्निक या डिप्लोमा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लागू है लेकिन बिहार में बीए़ड के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड क्यों नहीं हैं. इसके जवाब में सीएम ने कहा कि यह तय किया हुआ है कि किसको किसको मिलना है. मुख्यमंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट उस छात्र ने कहा कि क्या आपको शंका है कि बिहार बीएड वालों को आप नौकरी नहीं दे पायेंगे. इसलिए वे बिल नहीं चुका पायेंगे. क्या इसी वजह से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड नहीं दे पा रहे हैं? आपको शंका है? सीएम ने हालांकि कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं हैं. सात निश्तय में तय हुआ है. इसके बाद सीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारी के पास उस छात्र को भेज दिया.

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सीएम नीतीश आज विभागों से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं. 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.

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13 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.

हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) 'जनता दरबार' (Janta Darbar) के माध्यम से पांच साल बाद फिर लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. सोमवार को इस जनता दरबार में आये एक छात्र ने मुख्यमंत्री से बीएड के छात्रों के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (Student Credit Card) से संबंधित सवाल पूछा.

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उस छात्र ने मुख्यमंत्री से पूछा कि पॉलिटेक्निक या डिप्लोमा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लागू है लेकिन बिहार में बीए़ड के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड क्यों नहीं हैं. इसके जवाब में सीएम ने कहा कि यह तय किया हुआ है कि किसको किसको मिलना है. मुख्यमंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट उस छात्र ने कहा कि क्या आपको शंका है कि बिहार बीएड वालों को आप नौकरी नहीं दे पायेंगे. इसलिए वे बिल नहीं चुका पायेंगे. क्या इसी वजह से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड नहीं दे पा रहे हैं? आपको शंका है? सीएम ने हालांकि कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं हैं. सात निश्तय में तय हुआ है. इसके बाद सीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारी के पास उस छात्र को भेज दिया.

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सीएम नीतीश आज विभागों से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं. 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.

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13 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.

हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

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