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पटना: हड़ताली शिक्षकों ने मोदी को लिखा पत्र, प्रधानमंत्री से की हस्तक्षेप की मांग

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Published : Mar 26, 2020, 1:57 PM IST

संयुक्त सचिव ने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराते हुए लिखा कि 17 फरवरी से प्राथमिक शिक्षक और 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ अपनी न्यायोचित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.

हड़ताली शिक्षकों ने मोदी को लिखा पत्र
हड़ताली शिक्षकों ने मोदी को लिखा पत्र

पटना: नियोजित हड़ताली शिक्षकों ने नीतीश सरकार से निराश होकर अब प्रधानमंत्री मोदी से हड़ताल खत्म करवाने की अपील की है. हड़ताली शिक्षकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दो महीने के बकाया वेतन के भुगतान और नियोजित शिक्षकों की हड़ताल समाप्त करवाने के संबंध में पत्र लिखा है.

वार्ता के माध्यम से हड़ताल समाप्त कराने की मांग
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने प्रधानमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग की है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि विपदा की घड़ी में हड़ताली शिक्षक और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को कार्य अवधि के वेतन भुगतान के लिए राज्य सरकार को समुचित निर्देश दिया जाए और अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे शिक्षकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल को सम्मानजनक वार्ता के माध्यम से समाप्त कराने की पहल की जाए.

पटना
हड़ताली शिक्षकों का लिखा गया पत्र- 1

'न्यायोचित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल'
संयुक्त सचिव ने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराते हुए लिखा कि 17 फरवरी से प्राथमिक शिक्षक और 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ अपनी न्यायोचित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. शिक्षा विभाग बिहार सरकार की ओर से कोषागार में आवंटन उपलब्ध होने के बावजूद हड़ताली शिक्षकों को जनवरी और फरवरी माह में उनके किए गए कामों के वेतन का भुगतान भी नहीं दे रही है.

पटना
हड़ताली शिक्षकों का लिखा गया पत्र- 2

किए गए कार्यों के वेतन पर भी लगी है रोक
गौरतलब है कि बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से हड़ताल पर हैं. वहीं, 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक और कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बिहार सरकार ने अब-तक शिक्षकों की हड़ताल खत्म करने के लिए कोई पहल नहीं की है. वहीं, उनके जनवरी और फरवरी माह में किए गए कार्यों के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

पटना: नियोजित हड़ताली शिक्षकों ने नीतीश सरकार से निराश होकर अब प्रधानमंत्री मोदी से हड़ताल खत्म करवाने की अपील की है. हड़ताली शिक्षकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दो महीने के बकाया वेतन के भुगतान और नियोजित शिक्षकों की हड़ताल समाप्त करवाने के संबंध में पत्र लिखा है.

वार्ता के माध्यम से हड़ताल समाप्त कराने की मांग
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने प्रधानमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग की है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि विपदा की घड़ी में हड़ताली शिक्षक और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को कार्य अवधि के वेतन भुगतान के लिए राज्य सरकार को समुचित निर्देश दिया जाए और अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे शिक्षकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल को सम्मानजनक वार्ता के माध्यम से समाप्त कराने की पहल की जाए.

पटना
हड़ताली शिक्षकों का लिखा गया पत्र- 1

'न्यायोचित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल'
संयुक्त सचिव ने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराते हुए लिखा कि 17 फरवरी से प्राथमिक शिक्षक और 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ अपनी न्यायोचित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. शिक्षा विभाग बिहार सरकार की ओर से कोषागार में आवंटन उपलब्ध होने के बावजूद हड़ताली शिक्षकों को जनवरी और फरवरी माह में उनके किए गए कामों के वेतन का भुगतान भी नहीं दे रही है.

पटना
हड़ताली शिक्षकों का लिखा गया पत्र- 2

किए गए कार्यों के वेतन पर भी लगी है रोक
गौरतलब है कि बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से हड़ताल पर हैं. वहीं, 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक और कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बिहार सरकार ने अब-तक शिक्षकों की हड़ताल खत्म करने के लिए कोई पहल नहीं की है. वहीं, उनके जनवरी और फरवरी माह में किए गए कार्यों के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट
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