पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ की समाप्ति के बाद दूसरे राज्यों से घर आए लोग वापस अपने कार्य क्षेत्र की ओर जाने लगे हैं. पटना जंक्शन पर वापस काम पर जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. सबसे अधिक दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में भीड़ देखने को मिल रही है. हालात ये है कि दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के स्लीपर बोगी में पैर तक रखने की जगह नहीं है.
राजधानी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल से खुलकर नई दिल्ली को जाने वाली ट्रेन संपूर्ण क्रांति में काफी भीड़ देखने को मिली. पटना जंक्शन पहुंचते ही सीट पाने को लेकर रिजर्वेशन डिब्बे में आपाधापी मच गई. स्थिति ऐसी आ गई कि यात्रियों को खड़े होने के लिए भी जद्दोजहद करना पड़ रहा था. कई यात्री ऐसे भी मिले, जिनकी स्लीपर में सीट कंफर्म है लेकिन भीड़ के कारण वो कोच के अंदर ही नहीं जा पा रहे थे. ट्रेन के बाथरूम के पास 15 से 20 की संख्या में लोग खड़े दिखाई पड़े.
एक कंपार्टमेंट में 14 से 15 लोग
संपूर्ण क्रांति में बैठे यात्रियों ने बताया कि 3 महीने पहले से उन्होंने टिकट की बुकिंग कराई थी. इसके बावजूद कईयों का बर्थ कंफर्म नहीं हुआ और हुआ भी तो आरएसी हुआ है. ट्रेन के डिब्बों के एक कंपार्टमेंट में 8 लोगों के बैठने की जगह होती है, जिसमें 9 लोग बैठ सकते हैं. लेकिन हर कंपार्टमेंट में 14 से 15 लोग बैठे हुए दिखाई दिए. यात्रियों ने कहा कि दिल्ली जाने के लिए लोग बहुत हैं और ट्रेनें कम है. इसलिए ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में भीड़ की हालत बहुत बुरी है और भीड़ बहुत ज्यादा है.
कैसे कटेगा सफर
बात करें दिल्ली तक के सफर की, तो संपूर्ण क्रांति बिना देरी के तकरीबन 15 घंटे का समय लेती है. ऐसे में यात्रियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि रेलवे प्रशासन की ओर से कई स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं हैं. लेकिन हालत बदतर हैं.