पटनाः विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासत शुरू है. चिराग पासवान की ओर से सीटों को लेकर जिस तरह से दावेदारी की गई है, उस पर जदयू के नेताओं का कहना है कि बिहार में ताकत और लोकप्रियता के हिसाब से ही सीटें दी जाएंगी.
जदयू के योजना विकास मंत्री महेश्वर हजारी का कहना है कि चिराग पासवान प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं. वहीं उद्योग मंत्री श्याम रजक का कहना है बिहार में सीटों के तालमेल में कोई दिक्कत नहीं होगी.
'तीनों दलों के नेता करेंगे सीटों पर फैसला'
बिहार विधानसभा का चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होना है. चुनाव आयोग की तरफ से जिस तरह से तैयारी है, चुनाव टलने की उम्मीद कम ही है. ऐसे में अब सीटों को लेकर भी दावेदारी शुरू हो गई है.
जदयू के योजना विकास मंत्री महेश्वर हजारी का कहना है कि बिहार में लोकप्रियता और ताकत के हिसाब से ही पार्टियों को सीट मिलेगी. महेश्वर हजारी का यह भी कहना है कि तीनों दलों के शीर्ष नेता जब बैठेंगे सीटों के बंटवारे में कोई परेशानी नहीं होगी.
'सीटों को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी'
वहीं, उद्योग मंत्री श्याम रजक का कहना है कि लड़ाने वाले कितना भी कोशिश कर लें, उन्हें सफलता नहीं मिलेगी. एनडीए एकजुट है और सीटों को लेकर कोई परेशानी नहीं होने वाली है. श्याम रजक का तो यह भी कहना है कि अभी तक लोजपा की तरफ से खुलकर कुछ भी नहीं कहा गया है.
लोकसभा की तरह सीटों पर हो सकता है फैसला
दरअसल, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लोकसभा सीटों के हिसाब से विधानसभा में भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. दिल्ली में बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से उनकी मुलाकात भी हुई है. लेकिन अभी विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर शुरुआती बातचीत ही है. क्योंकि नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर जब बातचीत होगी तभी कुछ रास्ता निकलेगा.
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लोकसभा चुनाव में लोजपा को मिली थी 6 सीट
बता दें कि लोकसभा चुनाव में जदयू और बीजेपी ने लोजपा को 6 सीट देने के बाद 17-17 सीट बांट ली थी. इस बार भी कमोबेश बीजेपी और जदयू बराबर-बराबर सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. ऐसे में देखना है कि लोजपा की प्रेशर पॉलिटिक्स आने वाले दिनों में कितना असर करता है.