नई दिल्ली: देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की 135 वीं जयंती के मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उनको नमन श्रद्धांजलि दी. वहीं, उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने संविधान निर्माण में भी योगदान दिया था. राजेंद्र बाबू का नाम बहुत बड़ा था, उनके सामने हर पद छोटा था. इस दौरान गिरिराज ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
गिरिराज सिंह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू को राजेन्द्र बाबू पसंद नहीं थे, उनकी अंत्योष्टि में भी जवाहरलाल नेहरू नहीं गए थे. न लाल बहादुर शास्त्री और उस समय के राष्ट्रपति राधाकृष्णन को जाने दे रहे थे. उनकी अंत्योष्टि में लाल बहादुर शास्त्री और राधा कृष्णन खुद गए थे. गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार पटेल, राजेंद्र बाबू जैसे लोगों का हमेशा नजरअंदाज किया है, जबकि इन लोगों ने कांग्रेस के आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी.
'मोदी सरकार जन-जन तक पहुंचाएगी राजेंद्र बाबू के विचार'
गिरिराज सिंह ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद की सोच और विचारों को हम लोग जन-जन तक पहुंचाएंगे, युवाओं तक पहुंचाएंगे. मोदी सरकार यह काम कर भी रही है. राजेंद्र प्रसाद को हम लोग कभी नहीं भूल सकते. उनके योगदान नहीं भूल सकते.