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COVID-19 को लेकर पटना नगर निगम लापरवाह, बिना किट के सफाई कर रहे कर्मी

कई कोरोना मरीज होम आईसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं. मरीज इस्तेमाल किया हुआ सामान कचड़े में फेंक रहे हैं. जिसे सफाई कर्मी ही उठाते हैं. ऐसे में सफाई कर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.

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Published : Jan 5, 2021, 3:27 PM IST

patna municipal corporation
patna municipal corporation

पटना: कोरोना संक्रमण का प्रकोप अभी खत्म भी नहीं हुआ कि इसके नए स्ट्रेन का डर सताने लगा है. इसे लेकर सरकारी कार्यालय से लेकर प्राइवेट संस्थान भी अपने कर्मचारियों को सुरक्षा कवच उपलब्ध करवा रहे हैं. वहीं, पटना नगर निगम कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर लापरवाही बरत रहा है. निगम के लगभग 8,000 सफाई कर्मी बिना सुरक्षा कवच के शहर की सफाई कर रहे हैं.

मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीज
देशभर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इसे ध्यान में रखकर केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक सजग है. सरकारी दफ्तर से लेकर प्राइवेट संस्थान संक्रमण न फैले इसे लेकर सजग है. सभी विभाग अपने कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध करवा रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी रखा जा रहा है. लेकिन पटना नगर निगम के अपने कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए कुछ भी उपलब्ध नहीं करा रहा.

देखें रिपोर्ट

सफाई कर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा
राजधानी में रोज 200 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कई कोरोना मरीज होम आईसोलेशन में अपनी इलाज करवा रहे हैं. मरीज इस्तेमाल किया हुआ सामान कचरे में फेंक रहे हैं जिसे सफाई कर्मी ही उठाते हैं. ऐसे में सफाई कर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है. लेकिन निगम की तरफ से इसके बचाव के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

patna municipal corporation
कचरा उठाता सफाईकर्मी

"कोरोना के शुरूआत में लॉकडाउन के समय हमें गल्ब्स, मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया था, लेकिन सब खत्म होने के बाद दोबारा निगम की तफ से कुछ नहीं दिया गया."- भोला पासवान, सफाई कर्मी, पीएमसी

"कोरोना से सुरक्षा के लिए हमें एक बार गल्ब्स, मास्क और सैनिटाइजर दिया गया था. इसके बाद जब हमने सफाई इंस्पेक्टर से इसकी मांग की तो उन्होंने कहा कि नौकरी करनी है तो करो."- सुरेन्द्र कुमार, सफाई कर्मी पीएमसी

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सफाईकर्मी

नहीं मिल रहा सुरक्षा कवच
पीएमसी सफाई कर्मी ने बताया कि हमलोग गरीब हैं हमारे पास कोई कमाने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि परिवार के भरण पोषण के लिए हमलोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपना काम कर रहे हैं. सफाईकर्मियों को कोरोना से बचाव के लिए सामग्री नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों को सुरक्षा कवच के रूप में मास्क, सैनिटाइटर, ग्लब्स और साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है.


"निगम के सभी अंचल के अंतर्गत कर्मियों को समाग्री उपलब्ध करवाई जाती है, यदि उन्हें वहां से ये सब समान नहीं मिल रहा है तो वहां के ईओ से संपर्क कर सकते हैं. साथ ही नगर आयुक्त से अपनी शिकायत कर सकते हैं."- हर्षिता चौहान, पीआरओ पीएमसी

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हर्षिता चौहान, पीआरओ पीएमसी

कोविड 19 के 4229 सक्रिय मरीज
बता दें, कि बिहार में अब तक 2,54,278 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. इसमें से 1408 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही बिहार में कोविड-19 के फिलहाल 4229 सक्रिय मरीज हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच जान जोखिम में डालकर सफाई कर्मी दिन रात शहर की सफाई करने में लगे हुए हैं. अब देखने वाली बात है कि उन्हें सुरक्षा कवच कब तक मिलता है.

पटना: कोरोना संक्रमण का प्रकोप अभी खत्म भी नहीं हुआ कि इसके नए स्ट्रेन का डर सताने लगा है. इसे लेकर सरकारी कार्यालय से लेकर प्राइवेट संस्थान भी अपने कर्मचारियों को सुरक्षा कवच उपलब्ध करवा रहे हैं. वहीं, पटना नगर निगम कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर लापरवाही बरत रहा है. निगम के लगभग 8,000 सफाई कर्मी बिना सुरक्षा कवच के शहर की सफाई कर रहे हैं.

मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीज
देशभर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इसे ध्यान में रखकर केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक सजग है. सरकारी दफ्तर से लेकर प्राइवेट संस्थान संक्रमण न फैले इसे लेकर सजग है. सभी विभाग अपने कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध करवा रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी रखा जा रहा है. लेकिन पटना नगर निगम के अपने कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए कुछ भी उपलब्ध नहीं करा रहा.

देखें रिपोर्ट

सफाई कर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा
राजधानी में रोज 200 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कई कोरोना मरीज होम आईसोलेशन में अपनी इलाज करवा रहे हैं. मरीज इस्तेमाल किया हुआ सामान कचरे में फेंक रहे हैं जिसे सफाई कर्मी ही उठाते हैं. ऐसे में सफाई कर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है. लेकिन निगम की तरफ से इसके बचाव के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

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कचरा उठाता सफाईकर्मी

"कोरोना के शुरूआत में लॉकडाउन के समय हमें गल्ब्स, मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया था, लेकिन सब खत्म होने के बाद दोबारा निगम की तफ से कुछ नहीं दिया गया."- भोला पासवान, सफाई कर्मी, पीएमसी

"कोरोना से सुरक्षा के लिए हमें एक बार गल्ब्स, मास्क और सैनिटाइजर दिया गया था. इसके बाद जब हमने सफाई इंस्पेक्टर से इसकी मांग की तो उन्होंने कहा कि नौकरी करनी है तो करो."- सुरेन्द्र कुमार, सफाई कर्मी पीएमसी

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सफाईकर्मी

नहीं मिल रहा सुरक्षा कवच
पीएमसी सफाई कर्मी ने बताया कि हमलोग गरीब हैं हमारे पास कोई कमाने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि परिवार के भरण पोषण के लिए हमलोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपना काम कर रहे हैं. सफाईकर्मियों को कोरोना से बचाव के लिए सामग्री नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों को सुरक्षा कवच के रूप में मास्क, सैनिटाइटर, ग्लब्स और साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है.


"निगम के सभी अंचल के अंतर्गत कर्मियों को समाग्री उपलब्ध करवाई जाती है, यदि उन्हें वहां से ये सब समान नहीं मिल रहा है तो वहां के ईओ से संपर्क कर सकते हैं. साथ ही नगर आयुक्त से अपनी शिकायत कर सकते हैं."- हर्षिता चौहान, पीआरओ पीएमसी

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हर्षिता चौहान, पीआरओ पीएमसी

कोविड 19 के 4229 सक्रिय मरीज
बता दें, कि बिहार में अब तक 2,54,278 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. इसमें से 1408 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही बिहार में कोविड-19 के फिलहाल 4229 सक्रिय मरीज हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच जान जोखिम में डालकर सफाई कर्मी दिन रात शहर की सफाई करने में लगे हुए हैं. अब देखने वाली बात है कि उन्हें सुरक्षा कवच कब तक मिलता है.

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