लखीसराय/पटना : कानून व्यवस्था को लेकर स्पीकर विजय सिन्हा ने (law and order in Bihar) एक बार फिर नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों को बिहार सरकार संरक्षण दे रही है. क्राइम पर काबू पाने में बिहार सरकार विफल दिख रही है. नतीजा ये है कि सूबे में क्राइम का ग्राम तेजी से बढ़ रहा है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि DSP-SP के ट्रांसफर से क्या होगा? मानसिकता पर ब्रेक लगाना होगा. मैं डीजीपी-चीफ सेकेट्री से बात करूंगा. ताकि ऐसे लोगों को संरक्षित नहीं किया जा सके.
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'क्यों बिहार में क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है. पिपरिया में आज मर्डर हुआ, इसके पहले भी मर्डर हुआ. वही दारोगा बीरूपुर थाने में था फिर उसे उठाकर पिपरिया में दे दिया. ऐसे भ्रष्टाचारी लोगों को हमलोग अगर संरक्षित करेंगे तो ठीक नहीं है. इसके लिए जवाबदेही तय होना चाहिए. DSP-SP के ट्रांसफर से क्या होगा? मानसिकता पर ब्रेक लगनी चाहिए. इसके लिए अच्छे ईमानदार पदाधिकारी जो किनारे बैठे रहते हैं उनको फिल्ड में देना होगा. और जो भ्रष्ट अफसर हैं उनको किनारे करना होगा. DGP और मुख्य सचिव से बात करूंगा ऐसा क्यों तमाशा बनाकर रखे हुए हैं. ऐसे अगर संरक्षित करिएगा तो विधानसभा के अंदर हमारी कमेटी मौन नहीं रहेगी. माननीय मुख्यमंत्री से भी सभी विषय से अवगत कराएंगे'.- विजय सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष
भ्रष्ट अफसरों को साइड कर देना चाहिए: विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने साफ साफ कहा कि तबादले से काम नहीं चलने वाला. विजय सिन्हा ने पिपरिया में हुए हत्याकांड को उदाहरण देकर बताया कि इलाके का दारोगा वही है जो कुछ दिन पहले पिपरिया बीरुपुर थाने में तैनात था. उसका ट्रांसफर करके उसे पिपरिया भेज दिया गया. क्या इससे क्राइम रुका. ऐसे भ्रष्ट अफसरों को किनारे कर देना चाहिए.अधिकारियों की मानसिकता बदलने की जरूरत है. उनकी लापरवाही पर तभी लगाम लगेगी. सूबे में अच्छे अफसरों की तैनाती हो. दागदार अफसरों को किनारे कर देना चाहिए. कई अफसरों का नाम लेकर विजय सिन्हा ने खूब लताड़ लगाई. इस दौरान उनका गुस्सा काफी चरम पर था. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण पर उनकी कमेटी मौन नहीं रहेगी. सदन में सीएम नीतीश को इस मुद्दे को संज्ञान में लाएंगे.
बता दें कि भ्रष्ट सिस्टम को लेकर पहले भी स्पीकर विजय सिन्हा के निशाने पर सीएम नीतीश रहे हैं. कई बार सदन के अंदर भी तीखी बहस हुई थी. उस दौरान कई दिनों तक विजय सिन्हा सदन की कार्रवाई से दूरी बनाकर रहे. बाद में सीएम नीतीश ने सदन में सफाई देते हुए कहा था कि उनकी सरकार किसी को ना तो बचाती है और ना ही फंसाती है. ये मामला लखीसराय में डीएसपी द्वारा स्पीकर के साथ दुर्व्यवहार को लेकर गहराया था. वहीं तब विजय सिन्हा ने कहा था कि 'आप ही बता दीजिए कैसे चलता है सदन'.
"हमारी सरकार न किसी को बचाती है और ना किसी को फंसाती है. जब जवाब दे दिया गया तो फिर क्यों हंगामा हो रहा है. संविधान क्या कहता है जरा उसे पढ़ लीजिए और समझ लीजिए. मुझे तकलीफ हुई है. ये बात किसी भी तरह से मंजूर नहीं है. आप पूछ रहे हैं जवाब दिया जा रहा है. लेकिन फिर से मुद्दा क्यों उठाया जा रहा है. ऐसे सदन नहीं चलेगा."- नीतीश कुमार, सीएम बिहार
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