पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ का समय चल रहा है और इस समय वातावरण में एक अलग सकारात्मक ऊर्जा देखने को मिलती है. एक तरफ छठी मईया के गीतों से वातावरण भक्तिमय हो गया है वहीं दूसरी तरफ छठ के समय कई लोग गरीब और निर्धन लोगों के बीच छठ पूजन सामग्री (Chhath Samagri) का वितरण करते हैं. ऐसे ही कुछ समाजसेवियों ने छठ (Chhath Puja In Patna) सामग्री का वितरण किया.
यह भी पढ़ें- मंत्री सम्राट चौधरी ने छठ व्रतियों को बांटी पूजा सामग्री, लोगों से की कोरोना का टीका लेने की अपील
छठ पूजा में लोगों की अटूट आस्था होती है. लोग मनोकामना पूर्ति की कामना करते हैं. छठ की महत्ता के कारण जो लोग छठ नहीं भी कर रहे होते हैं, वह अपने तरफ से छठ व्रतियों के प्रसाद में अपना सहयोग देते हैं और इन्हीं भावों के साथ छठी मईया की सेवा करते हैं. छठ को लेकर राजधानी पटना के सभी इलाकों में समाजसेवी और संपन्न लोग छठव्रतियों के लिए पूजन सामग्री का वितरण कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- पटनाः छठ पूजा के लिए मिट्टी के चूल्हे, सूप और आम की लकड़ी की बढ़ी मांग, मंहगी बिक रहीं चीजें
संपन्न लोग अपने इलाकों में पूजन सामग्री का वितरण करते हैं. खासकर बस्तियों में सामग्री का वितरण हर साल किया जाता है. पूजन सामग्री में मूल रूप से सूप, गागल नींबू, नारियल, सेव, केला, सिंदूर और अरता का पात इत्यादि सामग्री होती है. वितरण सामग्री में मुख्य रूप से यही सारी चीजें होती हैं.
पटना के बोरिंग रोड के वार्ड नंबर 23 के इलाके में पूजा सामग्री का वितरण कर रही समाजसेवी कुमारी सारिका ने बताया कि उन्हें छठी मईया का पूजन सामग्री वितरण कर बहुत आनंद आ रहा है.
यह भी पढ़ें- ETV भारत पर सुनिए.. 'उगी हे दीनानाथ' के साथ ही छठी मईया के कई और भक्तिमय गीत
"दूसरों को छठ करने में मदद करने का अलग ही आनंद है. ऐसा करके मुझे बहुत खुशी हो रही है. इस बार छठी मईया से अपनी मनोकामना की पूर्ति की मैं कामना कर रही हूं."- कुमारी सारिका,समाजसेवी
वहीं एक अन्य समाजसेवी अखिलेश कुमार का कहना है कि इस बार से ही दुर्गा मंदिर के सामने छठ के समय व्रतियों को पूजन सामग्री वितरित करने का प्रयास शुरू किए हैं और उनकी कोशिश रहेगी कि यह प्रयास आगे भी जारी रहे.
"गरीब और निर्धन लोगों को पूजन सामग्री देकर उन्हें छठ करने में मदद करने इस खुशी मिलती है. यह प्रयास भी छठी मईया की सेवा है. गरीब लोग भी धूमधाम से पूरे सम्मान के साथ छठ पर्व मनाना चाहते हैं और इस प्रकार मदद कर मुझे काफी खुशी मिलती है."- अखिलेश कुमार,समाजसेवी
बता दें कि छठ पूजा का दूसरे दिन आज खरना को लेकर व्रती उत्साहित हैं. खरना या लोहंडा छठ पूजा का महत्वपूर्ण दिन होता है. इस दिन व्रत रखा जाता और रात में खीर खाकर फिर 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है. इस दिन छठ पूजा के प्रसाद की तैयारी की जाती है और प्रसाद बनाया जाता है. 10 नंवबर बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं 11 नवंबर गुरुवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है.