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उपेंद्र कुशवाहा की NDA में एंट्री के साइड इफेक्ट, HAM और VIP पार्टी हुईं मुखर - Mukesh Sahni

जदयू में उपेंद्र कुशवाहा की एंट्री होने से उसका असर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सेहत पर साफ दिख रहा है. हम और वीआईपी पार्टी के तेवर तल्ख हो गए हैं. एमएलसी मनोनयन को लेकर दोनों दलों के नेताओं ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं. देखिए ये रिपोर्ट.

पटना
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Published : Mar 18, 2021, 10:02 PM IST

पटना: विधानसभा चुनाव के दौरान जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं. जीतन राम मांझी को विधानसभा चुनाव के दौरान 7 सीटें दी गई थी. उस दौरान मांझी को एक एमएलसी सीट देने का वायदा किया गया था. लेकिन जब राज्यपाल कोटे से 12 सीटों के लिए मनोनयन हुआ, तो उसमें हम पार्टी के साथ-साथ वीआईपी पार्टी के खाते में भी कोई सीट नहीं गई, जिसे लेकर दोनों दल नाराज हैं.

ये भी पढ़ें- अपनों का 'सितम' झेल रहे हैं बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा! लग रहे ये आरोप

एमएलसी सीट नहीं मिलने से मांझी नाराज
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को एक विधान परिषद की सीट के लिए आश्वासन दिया था. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को साधने के लिए नीतीश कुमार ने मांझी के हिस्से की कटौती कर दी और उपेंद्र कुशवाहा को विधान परिषद भेज दिया.

नीतीश कुमार ने रणनीति में किया बदलाव
विधानसभा चुनाव में मात खाने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और वह पिछड़ा वोट को एकजुट करने में जुटे हैं. लव कुश समीकरण की बुनियाद पर खड़ी जदयू को ये लग रहा था कि कुशवाह वोट उनसे छिटक रहा है, लिहाजा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का ही विलय करा लिया गया. कुशवाहा की एंट्री का इफेक्ट सबसे ज्यादा हम पार्टी पर पड़ा और उनके हिस्से में एमएलसी की एक सीट नहीं गई. पार्टी नेता मुखर होकर बोलने लगे हैं.

विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी
विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी

''विधानसभा चुनाव के दौरान हम लोगों ने विधानसभा सीट को लेकर जिद नहीं की थी और नीतीश कुमार ने एमएलसी सीट का वायदा किया था. लेकिन लगता है कि आज की तारीख में हम पार्टी से ज्यादा तवज्जो नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को दे रहे हैं''- विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी

राहुल तिवारी, राजद विधायक
राहुल तिवारी, राजद विधायक

''जीतन राम मांझी का सम्मान राजद ने किया था, लेकिन एनडीए में उन्हें अपमानित किया जा रहा है, हमें लगता है कि जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी को सबसे अधिक सम्मान महागठबंधन में ही मिलेगा''- राहुल तिवारी, राजद विधायक

ये भी पढ़ें- सदन में नियम बनाने वालों ने ही ताक पर रखे नियम, सवालों के घेरे में माननीयों का बर्ताव

'एनडीए पूरी तरह से एकजुट'
जदयू नेता और पार्टी के विधायक डॉ. संजीव का कहना है कि एनडीए एकजुट है और जीतन राम मांझी नाराज नहीं हैं. सरकार मजबूती के साथ चल रही है. भाजपा नेता और पार्टी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि हर पार्टी और उसके नेता अपना हक मांगते हैं, जीतन राम मांझी ने भी मांगा है. लेकिन वह नाराज नहीं हैं, एनडीए पूरी तरह एकजुट है.

पटना: विधानसभा चुनाव के दौरान जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं. जीतन राम मांझी को विधानसभा चुनाव के दौरान 7 सीटें दी गई थी. उस दौरान मांझी को एक एमएलसी सीट देने का वायदा किया गया था. लेकिन जब राज्यपाल कोटे से 12 सीटों के लिए मनोनयन हुआ, तो उसमें हम पार्टी के साथ-साथ वीआईपी पार्टी के खाते में भी कोई सीट नहीं गई, जिसे लेकर दोनों दल नाराज हैं.

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एमएलसी सीट नहीं मिलने से मांझी नाराज
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को एक विधान परिषद की सीट के लिए आश्वासन दिया था. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को साधने के लिए नीतीश कुमार ने मांझी के हिस्से की कटौती कर दी और उपेंद्र कुशवाहा को विधान परिषद भेज दिया.

नीतीश कुमार ने रणनीति में किया बदलाव
विधानसभा चुनाव में मात खाने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और वह पिछड़ा वोट को एकजुट करने में जुटे हैं. लव कुश समीकरण की बुनियाद पर खड़ी जदयू को ये लग रहा था कि कुशवाह वोट उनसे छिटक रहा है, लिहाजा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का ही विलय करा लिया गया. कुशवाहा की एंट्री का इफेक्ट सबसे ज्यादा हम पार्टी पर पड़ा और उनके हिस्से में एमएलसी की एक सीट नहीं गई. पार्टी नेता मुखर होकर बोलने लगे हैं.

विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी
विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी

''विधानसभा चुनाव के दौरान हम लोगों ने विधानसभा सीट को लेकर जिद नहीं की थी और नीतीश कुमार ने एमएलसी सीट का वायदा किया था. लेकिन लगता है कि आज की तारीख में हम पार्टी से ज्यादा तवज्जो नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को दे रहे हैं''- विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम पार्टी

राहुल तिवारी, राजद विधायक
राहुल तिवारी, राजद विधायक

''जीतन राम मांझी का सम्मान राजद ने किया था, लेकिन एनडीए में उन्हें अपमानित किया जा रहा है, हमें लगता है कि जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी को सबसे अधिक सम्मान महागठबंधन में ही मिलेगा''- राहुल तिवारी, राजद विधायक

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'एनडीए पूरी तरह से एकजुट'
जदयू नेता और पार्टी के विधायक डॉ. संजीव का कहना है कि एनडीए एकजुट है और जीतन राम मांझी नाराज नहीं हैं. सरकार मजबूती के साथ चल रही है. भाजपा नेता और पार्टी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि हर पार्टी और उसके नेता अपना हक मांगते हैं, जीतन राम मांझी ने भी मांगा है. लेकिन वह नाराज नहीं हैं, एनडीए पूरी तरह एकजुट है.

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