पटना: कोरोना संक्रमण को लेकर देशभर में 24 मार्च से लॉक डाउन लागू है. इस वजह से छोटे उद्योग करने वाले काफी परेशान थे. उनके जीवन यापन पर भी संकट छा गया था. गरीबों की परेशानी को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन के बीच में थोड़ी राहत दी. जिससे छोटे दुकानदारों को राहत मिली है. छूट मिलने के बाद से दुकानदारों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. दुकानदार सरकारी नियमों का पालन करते हुए अब अपनी दुकान खोल रहे हैं.
'आमदनी पर लगा हुआ था लॉक'
फुटपाथ पर पंचर बनाने वाले राहुल बताते हैं कि लॉक डाउन की वजह से बहुत परेशानी हो रही थी. हम बेतिया से आकर पटना में फुटपाथ पर दुकान लगाते थे. इसी दुकान से परिवार का भरण पोषण करते थे. लेकिन लॉक डाउन की वजह से आमदनी पर लॉक लग गया था. लेकिन लॉक डाउन में मिली थोड़ी सी राहत से कुछ हम लोगों को बड़ी राहत मिली है. हम अब अपनी दुकान लगाकर आमदनी कर लेते हैं. राहुल बेली रोड स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पंचर बनाने का काम करते हैं. वह साइकिल, मोटरसाइकिल, चार पहिया वाहनों के टायरों में हवा भी भरते हैं.
'सरकार ने की थी मदद'
वहीं, वीरचंद पटेल पथ पर आरजेडी कार्यालय के पास असगर भी फुटपाथ पर पंचर बनाने की दुकान लगाते हैं. असगर ने बताया कि शुरुआती दौर में लॉक डाउन की वजह से बहुत ज्यादा परेशानी हुई थी. लेकिन सरकार ने राशन पानी दिया था. जिस वजह से थोड़ी राहत मिली थी. लेकिन बीच में सरकार भी हम लोगों को भूल गई. जिससे परिवार चलाने में कठिनाई हो रही थी. लेकिन लॉक डाउन के गाइ़डलाइंस में छूट मिलने से राहत मिली है. अब हम लोग दुकान खोल रहे हैं. जिससे कुछ आमदनी भी होने लगी है. परिवार चलाने में भी अब कुछ राहत मिली है.
छोटे दुकानदारों को सरकार ने दी थी छूट
गौरतलब है कि लॉक डाउन के बीच में केंद्र सरकार की सहमति के बाद राज्य सरकार ने 20 अप्रैल से राज्य के विकास के लिए सरकारी कार्यालय खोलने का आदेश दिया था. उसके बाद चरणबद्ध तरीके से सरकार ने प्राइवेट कार्यालय के साथ-साथ छोटे दुकानदार को छूट दी. उन्हें दुकान खोलने का आदेश दिया ताकि वे लोग परिवार के भरण-पोषण के लिए कुछ व्यापार कर सकें. सरकार से मिली छूट से छोटे दुकानदार काफी खुश दिख रहे हैं.