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कांग्रेस को बिहार में कम से कम 12 सीटों पर लड़नी चाहिए थी : शकील अहमद

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Published : May 13, 2019, 8:54 AM IST

Updated : May 13, 2019, 1:08 PM IST

शकील अहमद ने कहा कि उनका निलंबन हुआ है पार्टी से निष्कासन नहीं और उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस में था, कांग्रेस में हूं और अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहूंगा.

शकील अहमद, निर्दलीय उम्मीदवार

मधुबनी : लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से एक दिन पहले पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री शकील अहमद को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया. इस पर उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ पार्टी ने कठोर कार्रवाई की है. पार्टी को कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन जब गठबंधन के सहयोगी खुलेआम गठबंधन की परंपरा का उल्लंघन कर रहे हैं और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से उम्मीदवार उतार रहे हैं तो यह कार्रवाई और भी कठोर लगती है.

मकसद था बीजेपी को हराना- शकील अहमद

निर्दलीय उम्मीदवार शकील अहमद ने कहा कि उनका मकसद बीजेपी को हराना था लेकिन पार्टी ने मधुबनी सीट पर नई पार्टी के कमजोर उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया था. इसी कारण से मैं निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. लेकिन मैं पार्टी से बाहर नहीं गया था. वहीं, उन्होंने कहा कि मैं ने पार्टी से आग्रह किया था कि उनको पार्टी का चुनाव चिन्ह दिया जाए या निर्दलीय के रूप में उन्हें पार्टी का समर्थन दिया जाए. लेकिन मुझे समर्थन नहीं मिला और मतदान से एक दिन पहले निलंबित कर दिया गया.

राजद पर लगाया आरोप

पूर्व सांसद शकील अहमद ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनको जानकारी मिली है कि राष्ट्रीय जनता दल से सीटों को लेकर बातचीत करने वाले प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने राजद के एक नेता के प्रभाव में आकर इस सीट की मांग नहीं की. यह फैसला राजद नेता तेजस्वी यादव के दबाव में किया गया. इसलिए समाज के कुछ वर्गो की मुझे सहानुभूति मिल रही है.

कांग्रेस को मैं ने नही छोड़ा है- शकील अहमद

शकील अहमद ने कहा कि उनका निलंबन हुआ है पार्टी से निष्कासन नहीं और उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस में था, कांग्रेस में हूं और अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहूंगा. वहीं, उन्होंने अपने शुभेच्छुओं के बारे में कहा कि यह उनके लिए यह थोड़ा मनोबल टूटने वाली बात है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से नौ सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस को गठबंधन के हिस्से के रूप में कम से कम 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए थे.

जीत के मुकाबले में मैं हूं- शकील

पूर्व सांसद ने अपने जीतने को लेकर कहा कि वह इस समय मैं मुकाबले में हूं और कांग्रेस बिहार में राजद और वीआईपी व अन्य के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. वहीं,मधुबनी में गठबंधन ने नई पार्टी वीआईपी के उम्मीदवार बद्री पूर्वे को चुनावी मैदान में उतारा है.

मधुबनी : लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से एक दिन पहले पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री शकील अहमद को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया. इस पर उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ पार्टी ने कठोर कार्रवाई की है. पार्टी को कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन जब गठबंधन के सहयोगी खुलेआम गठबंधन की परंपरा का उल्लंघन कर रहे हैं और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से उम्मीदवार उतार रहे हैं तो यह कार्रवाई और भी कठोर लगती है.

मकसद था बीजेपी को हराना- शकील अहमद

निर्दलीय उम्मीदवार शकील अहमद ने कहा कि उनका मकसद बीजेपी को हराना था लेकिन पार्टी ने मधुबनी सीट पर नई पार्टी के कमजोर उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया था. इसी कारण से मैं निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. लेकिन मैं पार्टी से बाहर नहीं गया था. वहीं, उन्होंने कहा कि मैं ने पार्टी से आग्रह किया था कि उनको पार्टी का चुनाव चिन्ह दिया जाए या निर्दलीय के रूप में उन्हें पार्टी का समर्थन दिया जाए. लेकिन मुझे समर्थन नहीं मिला और मतदान से एक दिन पहले निलंबित कर दिया गया.

राजद पर लगाया आरोप

पूर्व सांसद शकील अहमद ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनको जानकारी मिली है कि राष्ट्रीय जनता दल से सीटों को लेकर बातचीत करने वाले प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने राजद के एक नेता के प्रभाव में आकर इस सीट की मांग नहीं की. यह फैसला राजद नेता तेजस्वी यादव के दबाव में किया गया. इसलिए समाज के कुछ वर्गो की मुझे सहानुभूति मिल रही है.

कांग्रेस को मैं ने नही छोड़ा है- शकील अहमद

शकील अहमद ने कहा कि उनका निलंबन हुआ है पार्टी से निष्कासन नहीं और उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस में था, कांग्रेस में हूं और अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहूंगा. वहीं, उन्होंने अपने शुभेच्छुओं के बारे में कहा कि यह उनके लिए यह थोड़ा मनोबल टूटने वाली बात है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से नौ सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस को गठबंधन के हिस्से के रूप में कम से कम 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए थे.

जीत के मुकाबले में मैं हूं- शकील

पूर्व सांसद ने अपने जीतने को लेकर कहा कि वह इस समय मैं मुकाबले में हूं और कांग्रेस बिहार में राजद और वीआईपी व अन्य के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. वहीं,मधुबनी में गठबंधन ने नई पार्टी वीआईपी के उम्मीदवार बद्री पूर्वे को चुनावी मैदान में उतारा है.

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Last Updated : May 13, 2019, 1:08 PM IST
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