पटना: विधान परिषद (Bihar MLC Election 2022) के सात सीटों पर प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन (Seven Candidates Elected Unopposed For Bihar MLC) हो गया है. बिहार विधानसभा में विधानसभा के सचिव ने निर्वाचित होने का सभी को सर्टिफिकेट दे दिया है. 2-2 सीटों पर जेडीयू-बीजेपी के एमएलसी हैं तो वहीं आरजेडी के तीन एमएलसी का निर्विरोध चुनाव हुआ है.
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सातों प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन: भारतीय जनता पार्टी ने अनिल शर्मा (BJP MLC Anil Sharma) और हरि साहनी (BJP MLC Hari Sahani) को अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं, जेडीयू ने अफाक अहमद खान ( JDU MLC Afaq Ahmed Khan) और रविंद्र प्रसाद सिंह (JDU MLC Ravindra Prasad Singh) को एमएलसी प्रत्याशी बनाया था. इन सभी का निर्विरोध चुन लिया गया है.हालांकि विधान परिषद के लिए आठवें उम्मीदवा का नाम मैदान में नहीं आया जिसके चलते चुनाव की नौबत नहीं आई. एनडीए के चारों प्रत्याशी को जीत हासिल हुई.
भाजपा को 2 सीटों पर मिली जीत:भाजपा की ओर से हरि साहनी और अनिल शर्मा निर्विरोध चुनाव जीत लिया है. दोनों प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत के बाद सर्टिफिकेट हासिल किया. जदयू की ओर से 2 प्रत्याशी मैदान में उतारे गए थे. रविंद्र सिंह और अफाक अहमद मैदान में थे. दोनों प्रत्याशी निर्विरोध चुनाव जीत गए और उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया गया है. मौके पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, विजय चौधरी और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद मौजूद थे.
"जीत के लिए सभी का धन्यवाद. हम अपने वर्ग के लोगों के लिए आवाज उठाते रहेंगे. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसका निर्वहन करेंगे."-हरि साहनी, नवनियुक्त एमएलसी
तहे दिल से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं. पार्टी की ओर से जो भी मुझे जिम्मेदारी मिलेगी उसका मैं ईमानदारी से निर्वहन करुंगा.- अनिल शर्मा, नवनिर्वाचित एमएलसी
विधान परिषद का गणित: सातों प्रत्याशियों के निर्विरोध चुने जाने के बाद बिहार विधान परिषद में 75 सदस्यों में जेडीयू सदस्यों की संख्या 25 हो गई है. वहीं बीजेपी के सदस्यों की संख्या 23 और आरजेडी अब तीसरा सबसे बड़ा दल बन चुका है. उसके सदस्यों की संख्या 14 हो गई है. उसके अलावा कांग्रेस के 4, सीपीआई के 2, हम और आरएलजेडी एक और निर्दलीय 5 सदस्य हैं.
21 जुलाई को समाप्त होगा 7 सदस्यों का कार्यकाल : बिहार विधान परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 75 है, जिनमें विधायकों द्वारा निर्वाचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या 27 है. इसी 27 में से सात सीटें 21 जुलाई को रिक्त हो रही हैं. विधान परिषद में इसके अलावा स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भी छह-छह यानी कुल 12 सदस्य चुन कर आते हैं. वहीं, स्थानीय निकायों से 24 और विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्टता रखने वाले 12 सदस्यों को राज्यपाल द्वारा मनोनीत किया जाता है.
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