पटना: यूपीएससी 2021 के सिविल सर्विस के 712 पदों के लिए प्रीलिम्स की परीक्षा (UPSC Prelims Exam 2021) 10 अक्टूबर को होनी है. ऐसे में अभ्यर्थियों के पास तैयारी के लिए काफी कम समय बचा है. यूपीएससी 2020 के रिजल्ट (UPSC 2020 Result) में बिहार का डंका बजा है. बिहारी छात्र एक बार फिर से यूपीएससी 2021 में अपना परचम बुलंद करने के लिए तैयार हैं. इसके साथ ही कहीं न कहीं तैयारी का मानसिक दबाव भी उन पर है.
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परीक्षा के आखिरी समय में अभ्यर्थी कैसे तैयारी करें इसके बारे में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और पंचायती राज विभाग के निदेशक डॉ रणजीत कुमार सिंह से जानते हैं. डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि अभी जो समय बचा हुआ है वह रिवीजन का वक्त है. ऐसे समय में नए चीजें और नए पुस्तक को ना पढ़ें. पुराना जो कुछ भी पढ़ा हुआ है उसका रिवीजन करें.
रणजीत कुमार सिंह ने कहा, 'प्रीलिम्स परीक्षा में जिस सेक्शन से अधिक प्रश्न आते हैं (जैसे- ज्योग्राफी, एनवायरमेंट एंड इकोलॉजी, इकोनॉमिक्स और करंट अफेयर्स) उनपर अधिक फोकस करना चाहिए. इसके साथ ही इस समय स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान देना होगा. परीक्षा की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आती है अभ्यर्थियों को स्ट्रेस होना शुरू हो जाता है. ऐसे में स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए 30 मिनट से 45 मिनट तक प्रतिदिन योगा और मेडिटेशन करें. पढ़ाई अवधि के दौरान हर 2 घंटे पर उठकर 10 से 15 मिनट रिलैक्स होना चाहिए ताकि जो भी पढ़े हैं उसे सोचने और विचारने का समय मिल सके.'
डॉ रणजीत कुमार ने कहा, 'छात्र जब 10 अक्टूबर को एग्जामिनेशन हॉल में जाएंगे तो उस दिन जो प्रश्न उन्हें आसान लगे सबसे पहले उसे अटेम्प्ट करें. जो प्रश्न कठिन लगे उसे आगे के लिए छोड़ दें. सभी क्वेश्चन 2 मार्क्स के होते हैं. c-sat 2.5 मार्क्स देता है. इसलिए किसी एक प्रश्न पर अधिक समय देने का कोई मतलब नहीं है. जो भी प्रश्न बना है उसे साथ-साथ कलर भी करते चलें, क्योंकि अगर कलर करने के लिए बाद में सोचेंगे तो हो सकता है कि बाद में आपको समय ना मिल पाए और आप प्रश्न बना कर भी उसे कलर नहीं कर पाएं.'
"बीते 5 वर्षों में यूपीएससी के सिलेबस में जिस प्रकार बदलाव हुआ है उसका छात्रों की तैयारियों पर निश्चित रूप से असर हुआ है. पहले यूपीएससी की तैयारी के लिए जो सिलेबस फॉलो करते थे अब छात्र दूसरा सिलेबस फॉलो करते हैं. जो छात्र पहले से तैयारी कर रहे हैं उनके लिए सिलेबस चेंज होने से फर्क पड़ता है, लेकिन जो यंग जेनरेशन के हैं उन्हें सिलेबस फॉलो करने में आसानी होती है. क्योंकि वे जब तैयारी करने आते हैं तो उन्हें यही सिलेबस मिलता है. प्रीलिम्स परीक्षा के लिए छात्र करंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान दें और खासकर परीक्षा तिथि के 20 दिन पूर्व से लेकर 1 साल पहले तक का पूरा करंट अफेयर्स दुरुस्त रखें."- डॉ रणजीत कुमार सिंह, निदेशक, पंचायती राज विभाग
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