पटनाः गांधी मैदान स्थित बापू सभागार में शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन की ओर से 'कड़ी धूप जलते पांव, पेड़ होते तो मिलती छांव' विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरिंद्रानंद जी रहे और कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई. कार्यक्रम में नालंदा जिले के शिव भक्तों की संगोष्ठी आयोजित की गई. जिसमें 5 हजार से ज्यादा शिवभक्त शामिल हुए.
एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
पर्यावरण के प्रति जागरुकता के उद्देश्य से आयोजित शिव शिष्यों की इस संगोष्ठी में पर्यावरण के महत्व को बताया गया. कार्यक्रम में प्रवचन करते हुए शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन की अध्यक्ष बरखा सिंह ने कहा कि गुरु शिव प्रकृति का अयन करते हैं, वो प्रकृति के पालक हैं और संरक्षक भी हैं. उन्होंने कहा कि वृक्ष आदि काल से ही मनुष्य के हितैषी रहे हैं और वृक्ष हमसे कुछ नहीं लेते हुए भी हमें बहुत कुछ देते हैं, जो एक सच्चा मित्र ही कर सकता है.
पर्यावरण संरक्षण और हरियाली
शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन के मुख्य सलाहकार अर्चित आनंद ने बताया कि कार्यक्रम में हमारे गुरू शिव की महिमा को शिव भक्तों के बीच में बताया जा रहा है. साथ ही उन्हें पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के प्रति जागरुकता का भी ज्ञान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि फाउंडेशन के माध्यम से किस प्रकार लोग वृक्षारोपण को बढ़ावा दे सकते हैं और अधिक पेड़ पौधे लगा सकते हैं.